अंधे कत्ल में सामने आया बहन का नाम, प्रेमी के साथ मिलकर करवाई थी अपने ही भाई की हत्या
विदिशा जिले के एक अंधे कत्ल को सुलझाने का पुलिस ने दावा किया है. करीब तीन साल पहले हुए मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने का दावा करते हुए विदिशा ने कहा कि फिंगरप्रिंट को अहम कड़ी करार दिया है. घटनास्थल से मिले हत्यारों के फिंगरप्रिंट से पुलिस को जघन्य हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में बड़ी मदद मिली.
पुलिस के मुताबिक फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट और फोरेंसिक जांच की मदद से पुलिस ने जघन्य हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार किया और अब न्यायालय ने उन्हें सजा सुना दी है. पुलिस का कहना है कि, हमारी टीम ने जांच के आधार पर इस केस को हल किया. आरोपियों के फिंगरप्रिंट से उनकी पहचान हुई और कोर्ट ने सबूतों के आधार पर उन्हें सजा सुनाई.
हत्यारों को पकड़ने के लिए पुलिस के पास कोई ठोस सुराग नहीं था
गौरतलब है साल 2022 में जिले के शमशाबाद थाना क्षेत्र में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिस युवक की गोली मारकर हत्या की गई थी, उसके हत्यारों को पकड़ने के लिए पुलिस के पास कोई ठोस सुराग नहीं था, लेकिन घटनास्थल से मिले फिंगरप्रिंट और फोरेंसिक टीम की मदद से उनकी पहचान हो गई.
खुद मृतक की बहन ने रची थी अपने भाई की हत्या की साजिश
रिपोर्ट के मुताबिक जांच में सामने आया कि इस हत्या की साजिश खुद मृतक की बहन ने रची थी. उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर भाड़े के अपराधियों से अपने भाई की हत्या करवाई थी. युवक की हत्या को कुल पांच लोगों ने अंजाम दिया था. आरोपियों को भोपाल से गिरफ्तार किया गया था। अब न्यायालय ने सभी दोषियों को कठोर सजा सुना दी है.