सीएम यादव ने सोमयज्ञ में दीं आहूतियां, पशुपतिनाथ कॉरिडोर को विकसित करने का एलान और क्या बोले
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का बुधवार को भगवान पशुपतिनाथ की पवित्र नगरी मंदसौर में आगमन हुआ। यहां कालाखेत स्थित वल्लभाचार्य नगर में चल रहे सोमयज्ञ में सहभागिता करते हुए उन्होंने आहुतियां दीं। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि यज्ञ के माध्यम से हमें अपने स्वरूप को पहचानने की आवश्यकता है। मानव जीवन का प्रारंभ आत्मा के रूप में होता है और अंत में चिता की भस्म में विलीन हो जाता है। भगवान कृष्ण ने जीवन जीने की कला को भगवद गीता में समाहित किया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से पूरी दुनिया सनातन संस्कृति की ओर देख रही है और उसे समझ रही है। हमारी सनातन जीवन पद्धति को पूरा विश्व सीख रहा है। कोविड काल ने नमस्कार करना, शुद्धता के साथ रहना और हमारी जीवनशैली को अपनाने की शिक्षा दी है। उन्होंने कहा कि केवल अधोसंरचना से ही विकास संभव नहीं है, दुनिया के 200 से अधिक देशों में भारत आनंद के साथ जीने वाले देशों में शीर्ष पर है, जहां 88 प्रतिशत लोग संतोष के साथ जीवन यापन कर रहे हैं।सीएम ने कहा कि सुख से बड़ा संतोष, संतोष से बड़ा आनंद और अंततः मोक्ष की ओर बढ़ना ही जीवन का लक्ष्य है। समाज को संस्कार सिखाने के लिए सरकार ने धार्मिक नगरी में मदिरा बंदी का निर्णय लिया है। शराब की दुकानें बंद कर, सरकार ने दूध का उत्पादन बढ़ाने का काम डॉ. भीमराव अंबेडकर और भगवान श्री गोपाल के नाम से किया है। सरकार हर जिले में एक गांव को वृंदावन गांव के रूप में विकसित करेगी। घर-घर गोपाल बनें, इसके लिए दूध उत्पादन बढ़ाने की योजना भी लागू की जा रही है। सरकार दूध उत्पादन को 8 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य रख रही है। गाय का दूध सरकार खरीदेगी।उन्होंने कहा कि लावारिस घूमने वाली गौमाताओं के लिए गोशालाओं की व्यवस्था सरकार करेगी, जिसमें संत समाज का मार्गदर्शन भी लिया जाएगा। साथ ही भगवान श्रीकृष्ण की लीला स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें राजस्थान सरकार भी सहभागी बन रही है। डॉ. यादव ने कहा कि यदि मंदसौर जिले में श्रीकृष्ण लीला स्थलों की पहचान होती है तो उन्हें भी सरकार विकसित करेगी। पशुपतिनाथ कॉरिडोर से जुड़ी सभी आवश्यकताओं को पूरा किया जाएगा।गोकुलोत्सवजी महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने कार्यों को प्रभु चरणों में समर्पित भाव से कर रहे हैं। उन्होंने ऐसी अलख जगाई है कि पवित्र नगरी मंदसौर को मदिरा विक्रय मुक्त घोषित किया गया है। यह अलख पूरे देश में जगेगी। इस निर्णय से परिवारों में सुख-समृद्धि आएगी, क्योंकि जहां मदिरा का सेवन होता है, वहां परिवार बर्बाद हो जाते हैं। उन्होंने सोमयज्ञ की महिमा बताते हुए कहा कि इस अनुष्ठान से 12 कोस तक प्रभाव होता है और क्षेत्र के वास्तुदोष दूर हो जाते हैं।सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि मंदसौर भगवान पशुपतिनाथ और यशोधर्मन की ऐतिहासिक नगरी है। मुख्यमंत्री की सोच भारत के इतिहास और गौरव को पुरातन परंपराओं से जोड़ने की है। उन्होंने पशुपतिनाथ कॉरिडोर के आसपास की भूमि को मेला क्षेत्र के लिए अधिग्रहित कर उसके विकास की मांग की। कार्यक्रम की शुरुआत में सोमयज्ञ आयोजन समिति ने मुख्यमंत्री का सम्मान किया। इसके अलावा विभिन्न समाजों ने भी उनका अभिनंदन किया। समारोह का संचालन वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश जोशी ने किया और आभार प्रदर्शन आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रहलाद काबरा ने किया।