देश में पहली बार हुई जिले की मौत_7 साल से मृत है भिंड
आपने सरकारी अधिकारियों द्वारा जीवित लोगों की मौत को घोषित करने के लिए प्रमाण पत्र बनते देखे होंगे, लेकिन हम आपको शासकीय दस्तावेजों में मौत का ऐसा खेल बताने जा रहे हैं जो आपके होश उड़ा देगा। भिंड जिले के एक सरकारी अधिकारी ने पूरे भिंड जिले को ही मृत घोषित कर दिया।
और यही नहीं लोक सेवा केंद्र से जारी इस प्रमाण पत्र में भिंड के तहसीलदार मोहनलाल शर्मा के भी डिजिटल साइन किए गए हैं। देश में इस तरह का पहला ऐसा मामला सामने आया है जहां आवेदक गोविंद द्वारा आवेदन देने पर श्री भिंड पिता का नाम भिंड माता का नाम भिंड मृत्यु स्थान भिंड मोहल्ला भिंड घर भिंड और 8 तारीख 2018 को भिंड की मौत होना पाया गया। सरकारी सिस्टम की इससे संवेदनहीन तस्वीर नहीं हो सकती कि अब यह जिंदा लोगों को मारते-मारते पूरे के पूरे जिलों की हत्या भी करने लगे। तहसीलदार महोदय इस मामले में पूरा ठीकरा लोक सेवा केंद्र के संचालक पर ही फोड़ते नजर आए। वैसे भी अधिकारियों की गलती कहां होती है दस्तावेजों में मरते लोग मरते जिलों की मौत का सौदागर ये सिस्टम नहीं सुधरता।