ग्वालियर CE PWD के भ्रष्टाचार की शिकायतों से मचा हड़कंप, मंत्री राकेश सिंह और एसीएस मंडलोई दोनों नाराज…
मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा चलाए गए भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के अभियान को युद्ध स्तर पर संचालित कर रहे है, ताकि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के फैसलों को लेकर मप्र की जनता में एक अच्छा और सकारात्मक संदेश जाए। इसी अवधारणा को लेकर लोक निर्माण विभाग में कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह तथा हाल ही में अमेरिका यात्रा से लौटे अतिरिक्त मुख्य सचिव नीरज मंडलोई ने बरसात के पहले मप्र में शहरी इलाकों की महत्वपूर्ण उन सभी सड़कों को गड्ढे मुक्त करने के लिए जहां नई तकनीक जेट पेचर, वेलोसिटी पेचर तथा इनफ्रारेड पेचर का उपयोग करके एक सफल अभियान चलाया है वहीं दूसरी ओर ग्वालियर लोक निर्माण विभाग में पदस्थ मुख्य अभियंता एसएल सूर्यवंशी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के सभी मापदंडों को रद्दी की टोकरी में डालकर भ्रष्टाचार के कीर्तिमान को स्थापित कर दिया है। एसएल सूर्यवंशी के खिलाफ ग्वालियर संभाग में जातिवाद फैलाने तथा भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए अनगिनत शिकायतकर्ताओं ने मुख्यमंत्री से लेकर महामहीम राज्यपाल तक आरोप पत्र दाखिल कर दिए हैं। किसी भी मुख्य अभियंता के खिलाफ पद के दुरुपयोग को लेकर पहली बार ऐसी गंभीर शिकायत देखने को मिली हैं और सूत्रों का कहना है कि मंत्री राकेश सिंह और अतिरिक्त मुख्य सचिव नीरज मंडलोई दोनों मुख्य अभियंता सूयवंशी से भयंकर नाराज हैं। हो सकता है कि, सूर्यवंशी के खिलाफ कर्मचारी संगठनों द्वारा की गई शिकायतों को लेकर ग्वालियर संभाग के आयुक्त मनोज खत्री से अतिरिक्त मुख्य सचिव नीरज मंडलोई रिपोर्ट भी मांग सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि, मप्र अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा द्वारा एसएल सूर्यवंशी के खिलाफ की गई शिकायतों को राज्यपाल मंगूभाई पटेल द्वारा भी गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।