मरीजों को स्वस्थ करने वाला अस्पताल खुद पड़ा बीमार
कर्मचारी राज्य बीमा (ईएसआई) औषधालय, जो संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों और उनके आश्रितों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए बनाए गए हैं, वे आज भी कई स्थानों पर बदहाल स्थिति में हैं। उनमें से एक है पाताली हनुमान स्थित कर्मचारी राज्य बीमा औषधालय। यहां न तो समय पर ओपीडी में डॉक्टर बैठते है, न ही कर्मचारी अपने दफ्तर में रहते है। यहां चारों तरफ इतनी गंदगी फैली हुई है कि मरीज स्वस्थ होने की बजाए और बीमार होकर चला जाए।
ओपीडी पर ताला
सोमवार को नईदुनिया प्रतिनिधि ने वहां जाकर देखा तो पाया कि डॉक्टर अपने चैंबर में नहीं बैठे, ओपीडी पर ताला लगा हुआ है। जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण इससे कर्मचारियों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
केस : 1 – समय : 10:54
हालात : इस औषधालय में घुसते ही राइट साइड ओपीडी बनी हुई है। सुबह 10 बजकर 54 मिनट पर यह ओपीडी बंद थी, इसके गेट पर ताला लगा हुआ था। यहां जो पर्चा बनाते है वो कर्मचारी भी अपनी सीट पर नहीं बैठे थे।
केस : 2 – समय : 11:00
हालात : जब डॉक्टर ओपीडी में नहीं बैठे तो इसकी जानकारी लेने नईदुनिया प्रतिनिध औषधालय में बने केबिन में गया, लेकिन वहां पर भी औषधालय का कोई कर्मचारी नहीं बैठा था। जब इस संबंध में वहां घूम रहे एक व्यक्ति से जानकारी लेनी चाही तो उसने मना कर दिया।
केस : 3 – समय : 11:10
हालात : पाताली हनुमान स्थित कर्मचारी राज्य बीमा औषधालय खुद बीमार पड़ा हुआ है। यहां घुसते ही गेट पर आवारा मवेशी विचरण करते हुए दिखाई देंगे, जिससे यहां आने वाले मरीजों को हमेशा खतरा बना रहता है। वहीं, इस औषधालय के बाहर इतना कचरा फैला हुआ है कि लगता है नगर निगम ने यहां कचरा डंप करना चालू कर दिया हो। यहां आने वाले मरीज इस कचरे की सड़ांध से बेहाल है।