नगर निगम अधिकारी के यहां EOW का छापा, बंगले और दफ्तर तक पहुंची टीम
इंदौर नगर निगम में वर्षों से उद्यान विभाग का काम देख रहे अधिकारी चेतन पाटिल के यहां आर्थिक अपराध अन्वेंषण ब्यूरो (EOW) ने छापा मारा है। अधिकारी के यहां बड़ी मात्रा में छुपाई गई संपत्ति का पता चला है। अफसरों की टीम पाटिल के बंगले के अलावा उनके कार्यालय तक भी पहुंची। पाटिल के खिलाफ लंबे समय से भ्रष्टाचार की शिकायत मिल रही थी।मंगलवार सुबह एक टीम ने पाटिल के गुलमोहर काॅलोनी के आवास पर छापा मारा, जबकि दूसरी टीम नगर निगम में उनके कार्यालय पहुंची और केबिन में दस्तावेज खंगाले। पाटिल फिलहाल निगम में सहायक अधीक्षक है।टीम को पता चला है कि पाटिल को अब तक की सेवा में जितनी पगार मिली। उससे अधिक संपत्ति उन्होंने जुटाई है। वर्षों से पाटिल इंदौर नगर निगम में जमे हुए हैं और महत्वपूर्ण पदों पर रहें। चेतन कुछ भाजपा नेताओं के भी करीबी माने जाते हैं। फिलहाल वे सहायक उद्यान अधिकारी के रूप में काम देख रहे हैं। टीम को पाटिल के यहां आय से अधिक संपत्ति मिलने की आशंका है। दोपहर में अफसर पाटिल को लेकर नगर निगम कार्यालय भी पहुंचे और दस्तावेज खंगाले। जांच में अब तक पौने दो करोड़ की संपति मिली है। चेतन मस्टरकर्मचारी है और डिप्लोमा के बाद उपयंत्री के पद तक पहुंंचा है। वह दो बार जोनल अधिकारी भी रह चुका है। वर्ष 2003 में वह निगम की नौकरी में आया था। जांच में गुलमोहर काॅलोनी में 30 लाख कीमत का प्लाॅट, मां के नाम बैंक खाते में 40 लाख, दस लाख से अधिक के सोने के जेवर व 25 लाख की बीमा पालिसी मिली है। चार करोड़ के पौधे खरीदी घोटाले में भी चेतन पर आरोप लगे थे।