Tue. Nov 4th, 2025

जुलाई की इस तारीख को मनाई जाएगी नागपंचमी, जानें पूजा मुहूर्त और महत्व

हर साल श्रावण मास शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन नाग देवता, भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना की जाती है. इसे मनसा देवी अष्टांग पूजा के रूप में भी जाना जाता है, इसमें आठ नागों (सर्पों) के साथ नाग देवी, मनसा देवी की भी पूजा की जाती है. मान्यता है नाग पंचमी के दिन सर्पों की मूर्तियों या प्रतिमाओं को अर्पित सामग्री सीधे नाग देवता तक पहुंचती है. यह भी कहा जाता है कि इस पर्व की विधि-विधान से पूजा करने से कालसर्प दोष से भी मुक्ति मिल सकती है. ऐसे में आइए जानते हैं, इस साल नाग पंचमी का पर्व कब है और इसका शुभ मुहूर्त क्या है

हिन्दू पंचांग के अनुसार, पंचमी तिथि 28 जुलाई को रात 11 बजकर 24 मिनट पर शुरू होगी और 30 जुलाई को सुबह 12 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी. उदयातिथि के अनुसार, इस साल नागपंचमी 29 जुलाई दिन मंगलवार को मनाई जाएगी.

नाग पंचमी चौघाड़िया पूजन मुहूर्त 

इस दिन चौघाड़िया मुहूर्त सुबह 10 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगा. वहीं, दूसरा मुहूर्त 12 बजकर 27 मिनट से दोपहर 2 बजकर 9 मिनट तक रहेगा, जबकि तीसरा चौघाड़िया दोपहर 3 बजकर 51 मिनट से शाम 5 बजकर 32 मिनट तक रहेगा. इन मुहूर्तों में आप भगवान शिव की विधि-विधान के साथ पूजा कर सकते हैं.

नाग पंचमी का महत्व 

इस दिन नाग देवता की पूजा करने से काल सर्प दोष से मुक्ति मिलती है.  इसके लिए आपको शिवलिंग का जलाभिषेक करना चाहिए. इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. आप चाहें तो इस दिन “ओम् भ्रां भ्रीं, भ्रौं सः राहवे नमः” और “ओम् स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं सः केतवे नमः” मंत्रों का जाप 108 बार कर सकते हैं. यह भी कालसर्प दोष के असर को कम कर सकता है. साथ ही नाग पंचमी के दिन माथे पर तिलक लगाना शुरू करिए, यह उपाय आपको पितृ दोष से मुक्ति दिला सकता है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *