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मध्य प्रदेश मौसम 6 नवंबर से बदलेंगे मौसम के मिजाज, 2 दिन छाए रहेंगे बादल, हल्की बारिश के आसार, पढ़े IMD का लेटेस्ट अपडेट

पश्चिमी विक्षोभ के असर से 6 नवंबर से मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। उत्तरी हवाएं चलने से रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की जाएगी और ठंड का अहसास होने लगेगा । 15 नवंबर के बाद ठंड का असर तेज होगा और सुबह के समय कोहरा दिखाई देने लगेगा। इससे पहले 2 दिन मंगलवार बुधवार को प्रदेश में हल्की बारिश, आंधी और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। आज 4 नवंबर को 17 जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है।

इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा तो भोपाल संभाग में कहीं-कहीं बूंदाबांदी के आसार हैं ।भोपाल, गुना, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, शाजापुर, देवास, सागर, नरसिंहपुर, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल और पांढुर्णा में बादल छाने के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना जताई है।

सोमवार को कहां कैसा रहा मौसम  

भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, नर्मदापुरम, रतलाम, सागर, रीवा, टीकमगढ़ समेत कई जिलों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री या उससे अधिक दर्ज किया गया।शिवपुरी में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री, राजगढ़ में 15.4 डिग्री और गुना में 16.6 डिग्री रहा।

मध्य प्रदेश मौसम विभाग का पूर्वानुमान

एक चक्रवातीय परिसंचरण, उत्तर-पूर्वी अरब सागर और संलग्न सौराष्ट पर माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। एक पश्चिमी विक्षोभ, मध्य क्षोभमंडल स्तर पर एक ट्रफ़ के रूप में, माध्य समुद्र तल से3.1 और 5.8 किमी की ऊंचाई के मध्य, 32° उत्तर अक्षांश के उत्तर में लगभग देशांतर 60° पूर्व के साथ विस्तृत है।

Madhya Pradesh: 1 जून से अब तक कहां कितनी हुई वर्षा

  • इस साल अक्टूबर में औसत से 121% अधिक वर्षा हुई। प्रदेश में औसत 2.8 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि सामान्य मात्रा 1.3 इंच होती है। पिछले मानसूनी सीजन में औसत 44 इंच बारिश हुई थी।
  • भोपाल और ग्वालियर समेत 30 जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई।
  • गुना में सबसे ज्यादा 65.7 इंच बारिश हुई। मंडला-रायसेन में 62 इंच और श्योपुर-अशोकनगर में 56 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। हालांकि शाजापुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी और धार में सबसे कम बारिश हुई।
  • इंदौर संभाग में सामान्य बारिश का लक्ष्य पूरा हो गया। हालांकि उज्जैन में कोटा पूरा नहीं हो पाया । सागर, रीवा, जबलपुर और शहडोल संभागों में मानसून का जोरदार असर रहा। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र संभाग में औसत से ज्यादा बारिश हुई।
  • ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, दतिया और श्योपुर में कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। भोपाल, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, अलीराजपुर, बड़वानी, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, सतना और उमरिया में बारिश का कोटा फुल हो चुका है।

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