मानसून के दौरान अलर्ट मोड पर रहे अधिकारी: डीएम
नैनीताल। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बुधवार को मानसून से पूर्व आपदा प्रबंधन की तैयारियों और बाढ़ नियत्रंण के संबंध में बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए। कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति में स्वतः संज्ञान लेते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। कैंप कार्यालय में हुई बैठक में सभी एसडीएम को अपने क्षेत्र में सतर्क रहने के साथ ही मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। एसडीएम से अपने क्षेत्र में सड़क, बिजली, पानी, चिकित्सा, राजस्व और पशुपालन विभाग के कार्मिकों की नाम सहित एक टीम तैयार करने को कहा। किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना मिलते ही तत्काल मौके के लिए टीम रवाना होगी। डीएम ने कहा कि मौके पर ही प्रभावितों को राहत हेतु मुआवजा राशि दी जाए। इसके लिए पटवारी मौके पर ही प्रपत्रों को भरें। जिससे प्रभावितों को मुआवजे के लिए अनावश्यक सरकारी दफ्तरों के चक्कर न काटना पड़े। डीएम ने कहा कि मानसून सीजन में पेयजल, तहसील आदि विभागों के द्वारा सातों दिन 24 घंटे सुचारू रहने वाले कंट्रोल रूम एक्टीवेट किए जाते हैं। पेयजल विभाग को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में सूख चुके तथा ठीक न होने वाले हैंडपंप को तत्काल हटाया जाए। उन्होंने निर्माणदायी एजेंसियों को क्षेत्र में हो रहे डामरीकरण के कार्य में गुणवत्ता के निर्देश दिए। सीएमओ को सितंबर तक की ड्यूटी लिस्ट बनाकर गर्भवती महिलों की सूची तैयार कराने के निर्देश दिए। इस दौरान 15 दिन के भीतर सभी नालियों, जलभराव वाले जगहों में साफ सफाई कराने के निर्देश दिए।
इस मौके पर विकास अधिकारी अशोक कुमार पांडे, सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजेपई, डीएफओ चंद्रशेखर जोशी, मुख्य शिक्षा अधिकारी जेएम सोनी, प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. श्वेता भंडारी, एसडीएम हल्द्वानी परितोष वर्मा, नैनीताल प्रमोद कुमार, रामनगर राहुल शाह, धारी केएन गोस्वामी, कोश्याकुटोली विपिन पंत, कालाढूंगी रेखा कोहली, डीडीएमओ शैलेश कुमार आदि मौजूद रहे।