आर्थिक रूप से कमजोरों के साथी बन रहे आयुष्मान मित्र
रुद्रपुर। आयुष्मान भारत योजना का लाभ अब अस्पताल के साथ ही घर बैठे भी ले सकते हैं। जिले में कार्यरत आयुष्मान मित्र आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के साथी बनकर काम कर रहे हैं। अति पिछड़े क्षेत्र, जंगल किनारे के दूरस्थ गांवों में भी अब आयुष्मान भारत योजना का लाभ पहुंच रहा है। जनजाति बहुल तीन गांवों में आयुष्मान मित्रों ने कैंप लगाकर करीब 1500 लोगों के कार्ड जारी किए। इसके अलावा अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज कराने में भी सहयोग दे रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत ऊधमसिंह नगर में 35 हजार से अधिक लोग अपना इलाज भी करा चुके हैं। अब शहरी क्षेत्र के साथ ही जंगल किनारे बसे गांवों व जनजाति क्षेत्रों में अधिक से अधिक लोगों को आयुष्मान योजना से जोड़ने के लिए आए दिन कैंप लगाए जा रहे हैं। बीते दिनों खटीमा के जंगल से सटे गांव वन रावत एवं बाजपुर के बन्नाखेड़ा व भीकमपुरी में घर-घर जाकर आयुष्मान भारत ऐप के जरिये मोबाइल पर कार्ड बनाए गए। इनमें वन रावत में करीब 450, बन्नाखेड़ा में करीब 300 और भीकमपुरी गांव में 750 लोगों को कार्ड जारी किए गए। जिला चिकित्सालय में कार्यरत आयुष्मान मित्र संजीव मौर्य, भावना शर्मा और खटीमा उप जिला चिकित्सालय में मो. फहीम व हेमा जोशी मरीजों की देखभाल कर रहे हैं।
-अस्पताल आने वाले मरीज भर्ती होने पर आयुष्मान मित्र से संपर्क कर सकते हैं। आयुष्मान मित्र उनके इलाज में सहयोग करेंगे। आयुष्मान कार्ड में कोई खामी सामने आती है तो उसका भी समाधान करेंगे। आयुष्मान मित्र घर-घर जाकर गरीब व कमजोर परिवार के आयुष्मान कार्ड बनाने में लगे हैं। हाल ही में जनजाति बहुल क्षेत्रों में जाकर लोगों को आयुष्मान कार्ड बनाकर दिए और योजना का लाभ लेने के तरीके बताए गए। -नरेंद्र सिंह, जिला समन्वयक, आयुष्मान भारत जेएलएन जिला चिकित्सालय रुद्रपुर।