हाथरस वाले भोले बाबा का ग्वालियर में भी आश्रम दीवार से मिटाया नाम, सेवादार बोला-10 मई को सबकुछ खत्म कर चले गए
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा उर्फ नारायण हरि साकार के सत्संग के बाद मची भगदड़ में अब तक 122 लोगों की मौत हो चुकी है। भोले बाबा ग्वालियर से भी सत्संग करता था। तिघरा रोड पर झंडा का पुरा गांव के हरि विहार में उसका आलीशान आश्रम है।
की टीम जब झंडा का पुरा गांव पहुंची तो बिल्डिंग की दीवार पर बाबा के नाम को सफेद रंग पोतकर मिटाया जा चुका था। आश्रम परिसर में सत्संग के लिए मंच बनाया गया है। इस पर लगे बाबा के बैनर को कपड़े से ढंक दिया गया है।
सेवादार विपिन ओझा ने बताया, ‘बिल्डिंग के मालिक राम अवतार कुशवाहा हैं। उन्होंने बाबा को स्वास्थ्य लाभ के लिए बिल्डिंग दी थी। 12 मार्च 2024 को सत्संग हुआ। 10 मई तक बाबा यहां रहे। इसके बाद यहां से अपना सबकुछ खत्म कर चले गए। दो महीने पहले बिल्डिंग खाली कर दी थी।’
बिल्डिंग को खाली करा लिया, अब स्कूल को देंगे
जिस बिल्डिंग को बाबा ने आश्रम बना रखा था, उसके मालिक राम अवतार कुशवाहा ने बताया कि हमने बिल्डिंग को खाली करा लिया है। बाबा के सत्संग के अध्यक्ष राम सेवक सुमन को इसे किराए पर दे रखा था। अब इसे स्कूल को देंगे। हमने पहले ही कहा था कि यहां कोई गलत काम नहीं होगा।
भोले बाबा के सत्संग में मची थी भगदड़
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद भगदड़ मच गई। कुचलने से 122 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं हैं। कई लोगों की हालत गंभीर है। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा हाथरस जिले से 47 किमी दूर फुलरई गांव में मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे हुआ। उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद भगदड़ मच गई। कुचलने से 122 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं हैं। कई लोगों की हालत गंभीर है। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा हाथरस जिले से 47 किमी दूर फुलरई गांव में मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे हुआ। दैनिक भास्कर रिपोर्टर मनोज महेश्वरी ने सिकंदराराऊ CHC के बाहर एक-एक करके लाशों को गिना। यहां 95 लाशें जमीन पर पड़ी थीं