ग्वालियर में 50 बकरियों का रेस्क्यू झिलमिल नदी के उफान में फंसी, जान जोखिम में डालकर युवाओं ने बचाया
ग्वालियर में रविवार को बेहट की झिलमिल नदी में ग्वालियर का अनोखा रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया है। झिलमिल नदी में अचानक आए उफान के चलते 50 बकरियां नदी के दूसरी तरफ जंगल में फंस गई थीं। कोई भी रास्ता उनको निकालने के लिए नहीं सूझ रहा था। तब गांव के युवाओं ने अपनी जान को जोखिम में डालकर एक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। यहां उन्होंने रस्सी से नदी के दोनों किनारों को बांधा। युवा एक दूसरे के हाथ थामकर दूसरे किनारे तक पहुंचे और हाथों की चेन बनाकर एक-एक बकरी को सुरक्षित करते चले गए।
अपनी बकरियों को वापस देख उनके मालिक का खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा, क्योंकि उसकी अजीविका का यही साधन थी। गांव के युवाओं का बकरियों को रेस्क्यू करने का VIDEO रविवार रात सोशल मीडिया पर सामने आया है। सूचना मिलते ही बेहट थाना पुलिस वहां पहुंची, लेकिन तब तक देवदूत बने गांव के युवा बकरियों की जान बचा चुके थे। अब हर तरफ इन युवाओं की चर्चा हो रही है।
ग्वालियर के बेहट सर्कल जो संगीत सम्राट तानसन की जन्मस्थली कही जाती है। इसी गांव में रहने वाला मायाराम गुर्जर के पास 50 बकरियां हैं। यह बकरियां ही उसकी आजीविका का साधन है। मायाराम हर दिन झिलमिल नदी के तट पर अपनी मवेशियों को चराने के लिए लेकर आता था। नदी में इतना भी पानी नहीं होता था कि कोई बकरी डूब जाए। रविवार को भी वह आया तो उसकी बकरी चरने के लिए नदी से होते हुए दूसरी तरफ निक ल गईं। इस दौरान भारी बारिश के चलते झिलमिल नदी उफान पर चलने लगी। जिसकी वजह से उसकी 50 बकरियां नदी के दूसरी तरफ फंस गई।
गांव के युवा पहुंचे, मानव सेतु बनाक बचाई बकरियों की जान
जब इस बात की खबर मायाराम के गांव के लोगों को लगी तो वह देर ना करते हुए रस्सी लेकर पहुंचे। जहां उन्होंने अपनी खुद की जान जोखिम में डालकर रेस्क्यू किया। रस्सी को बांधकर उफनती नदी में कुछ ग्रामीण रस्सी के सहारे खड़े हो गए और दूसरी तरफ एक छोर पर रस्सी बांध दी। इसके बाद रस्सी के सहारे मानव सेतु बनाया।
मानव सेतु बनानक एक-एक कर बकरियों को उठाकर नदी के दूसरी तरफ सुरक्षित लेकर पहुंचाने लगे। जब इसकी जानकारी मिलने पर जब पुलिस पहुंची तब तक ग्रामीणों ने पूरी बकरियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था। लेकिन इस रेस्क्यू को होता देख वहां मौजूद लोगों ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वहीं पुलिस अधिकारी ने इस रेस्क्यू में बकरियों की जान बचाने वाले ग्रामीणो के द्वारा किए गए इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा की है।
पहाड़िया पर बारिश से अचानक बढ़ा पानी
झिलमिल नदी में जलस्तर हमेशा कम ही रहता था। रविवार को नदी के ऊपर पहाड़ियां पर अच्छी बारिश होने से अचानक पानी का बहाव नदी में आ गया। जिस कारण नदी में उफान आ गया। नदियों में अचानक जलस्तर बढ़ने से कई बार ऐसे हालात बन जाते हैं। यहां युवाओं ने होशियारी व समझदारी से काम लेते हुए रेस्क्यू किया है।
पुलिस ने की युवाओं की प्रशंसा
युवाओं के इस रेस्क्यू ऑपरेशन पर एसडीओपी बेहट संतोष पटेल ने कहा है कि जब तक पुलिस को सूचना मिली गांव के लोग रेस्क्यू कर चुके थे। युवाओं का कार्य प्रशंसनीय है। पुलिस ने गांव-गांव में अपने मोबाइल नंबर दे रखे हैं, कभी भी किसी को कोई ऐसी परेशानी हो तो पुलिस तत्काल मदद के लिए पहुंचेगी।