सपने में शिवजी आए थे, कहा था बड़ा करवा दो… और सनकी महिलाओं ने ईंट-सीमेंट से शिवलिंग चुनकर मंदिर में फैला दिया करंट
ग्वालियर: शहर के सिटी सेंटर में तीन सनकी महिलाओं ने एक मंदिर में शिवलिंग को ईंट और सीमेंट से चुनवा दिया है। सुबह जब लोग मंदिर पहुंचे तो शिवलिंग का यह हाल देखकर तनाव फैल गया। हंगामा होते ही पता लगा कि पास ही राजीव आवास मल्टी में रहने वाली तीन महिलाओं ने यह किया है।
पुलिस ने तीनों महिलाओं को पकड़ा
जब लोग वहां पहुंचे तो पता लगा कि कृष्णा नाम की महिला को शिवजी ने रात को सपना दिया था, जिसमें अपनी पिंडी को बड़ा करने के लिए कहा था। जिसके बाद तीनों महिलाओं ने शिवलिंग को ईंट और सीमेंट से चुनवा दिया। हंगामा और तनाव की सूचना मिलते ही विश्वविद्यालय थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने तीनों महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर दो को पकड़ लिया है।
क्या है मामला
शहर के विश्वविद्यालय थानाक्षेत्र स्थित सिटी सेंटर में राजीव आवास योजना की मल्टी के पास एक शिव मंदिर है। वहां सुबह उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब स्थानीय लोग पूजा अर्चना करने पहुंचे। स्थानीय लोगों ने देखा कि शिवलिंग को किसी ने ईंट और सीमेंट से चिनवा दिया है। जिसके बाद वहां तनाव फैल गया। सूचना मिलते ही विश्वविद्यालय थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। यहां जांच पड़ताल की तो पता लगा कि राजीव आवास में रहने वाली एक 45 वर्षीय महिला कृष्णा और दो अन्य महिलाओं ने इस शिवलिंग को सीमेंट से चुनवाया है। पुलिस जब महिलाओं के घर पहुंची तो दो महिलाएं पुलिस को मिल गईं। पुलिस ने लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाने पर तीनों महिलाओं पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सपने में आए थे शिवजी, उनका ही था आदेश
पकड़ी गई एक महिला कृष्णा देवी ने स्वीकार किया है कि उन्होंने इस तरह शिवलिंग को ईंट और सीमेंट से चुनवा दिया है। महिला ने उसका कारण भी बताया कि अंदर शिवलिंग बड़ा हो रहा है। पुलिस ने पूछा कि अंदर शिवलिंग कैसे बड़ा हो रहा है। इस पर महिला ने बताया कि उसे रात को शिवजी ने सपना दिया था। सपने में कहा था कि मेरी पिंडी को बड़ा करना है। इसके लिए उसे ढंक दिया जाए।
महिलाओं का स्वभाव सनकी
पुलिस को स्थानीय लोगों ने बताया कि यह तीनों महिलाओं का मानसिक संतुलन ठीक नहीं लग रहा है। यह मंदिर में आने जाने से भी लोगों को रोकती थीं। पुलिस ने दो महिलाओं को पकड़ा है। साथ ही मंदिर में शिवलिंग से ईंट, सीमेंट हटा दी गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सोमवार को सावन के तीसरे सोमवार को मंदिर की वापस स्थापना की जाएगी।