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चंद्रवती की मेहनत रंग लाई, अछनेरा को मिली आइडियल ब्लॉक की उपाधि

आगरा। परिवार नियोजन कार्यक्रम के अंतर्गत परिवार नियोजन में पुरुष भागीदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में मण्डलीय मुख्यालय जनपद के 18 ब्लाकों में सिफ्सा के द्वारा पायलट कार्यक्रम के तहत मिस्टर स्मार्ट सम्मेलन आयोजित किए गए थे। पायलट कार्यक्रम के तहत प्रत्येक ब्लॉक को 11 पुरुष नसबंदी करने का लक्ष्य दिया गया था l इसी क्रम में आगरा जनपद के अछनेरा ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले 20 आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर मिस्टर स्मार्ट सम्मेलन का आयोजन किया गया था। सम्मेलन के तहत 21 पुरुष नसबंदी कराकर अछनेरा ब्लॉक प्रदेश के 18 मण्डलीय मुख्यालय जनपद में प्रथम स्थान प्राप्त कर आइडियल ब्लॉक बना।

अछनेरा को प्रदेश में आइडियल ब्लॉक का स्थान प्राप्त कराने में कचौरा आयुष्मान आरोग्य मंदिर में कार्यरत आशा कार्यकर्ता चंद्रवती की अहम भूमिका रही। उन्होंने 21 में से 11 पुरुष नसबंदी कराईं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि चंद्रवती एक समर्पित आशा कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने समुदाय में पुरुष नसबंदी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए काम किया है।

आशा कार्यकर्ता चंद्रवती बताती है कि प्रशिक्षण के दौरान पायलट कार्यक्रम के तहत आयोजित होने वाले मिस्टर स्मार्ट सम्मेलन के बारे में जानकारी दी गई थी और पुरुष नसबंदी करने के लिए दिए गए लक्ष्य से भी अवगत कराया गया था। प्रशिक्षण के पश्चात मैंने अपने कार्य क्षेत्र कचौरा में परिवार नियोजन के तहत पुरुष भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए गृह भ्रमण के दौरान काउंसलिंग करना शुरू की। पुरुष नसबंदी की काउंसलिंग के दौरान महिलाओं और पुरुषों से पुरुष नसबंदी करने के लिए की गई चर्चा में कुछ भ्रांतियां के बारे में जानकारी प्राप्त हुई जैसे महिलाओं का यह डर, पुरुष नसबंदी के बाद यौन संबंध ठीक प्रकार से नहीं बना पाएंगे।

पुरुष नसबंदी के बाद कमजोरी आ जाएगी, स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा तो काम कैसे कर पाएंगे तो मेरा घर कैसे चलेगा, पुरुषों में नसबंदी के बारे में गलत धारणाएं और भ्रांतियां, पुरुष नसबंदी न करने के लिए सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों को लेकर बहाने करना, पुरुष नसबंदी के दौरान दर्द और जटिलताओं के बारे में डर और भय होना आदि भ्रांतियां थी जिसको मैंने सकारात्मक रूप से लिया और समुदाय को पुरुष नसबंदी के प्रति जागरूक करने के लिए सफल कार्य योजना बनाई।

चंद्रवती बताती है कि अपने कार्य क्षेत्र कचौरा में पुरुष नसबंदी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मिस्टर स्मार्ट सम्मेलन का आयोजन किया। उन्होंने पुरुषों और महिलाओं को पुरुष नसबंदी के बारे में शिक्षित किया और उन्हें इसके फायदों के बारे में बताया। आयोजित कार्यक्रम में बिपिन मिश्रा एचईओ,पंकज जयसवाल एचईओ, डंबर सिंह बीसीपीएम ने भी सहयोग किया और आयोजित सम्मेलन में पुरुष नसबंदी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एनएसवी विधि के द्वारा किए जाने वाली पुरुष नसबंदी में न तो चीरा लगता है, न टांका लगता है और न ही पुरुष की पौरुष क्षमता में कमी या कमजोरी होती है। यह सरल ऑपरेशन, दक्ष सर्जन के द्वारा मात्र 10 मिनट में कर दिया जाता है। ऑपरेशन के दो दिनों के बाद से लाभार्थी सामान्य कार्य एवम सात दिनों के बाद भारी काम कर सकते हैं।

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