इंदौर की सड़कों पर पहली बार इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस, कैलाश विजयवर्गीय ने पकड़ी स्टेयरिंग
इंदौर. अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड(एआइसीटीएसएल) द्वारा प्रदेश की पहली इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस का ट्रायल रविवार से शुरू कर दिया गया है। आगामी माह भर तक ट्रायल किया जाएगा। जिसके बाद तय किया जाएगा कि इस बस संचालन शहर के किन रूट पर किया जाएगा। पहले दिन नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव व अन्य ने बस में सफर भी किया।
एआइसीटीएसएल परिसर से शाम पांच बजे जैसे ही दुल्हन की तरह सज कर बस सड़क पर निकली तो लोगों ने मोबाइल से फोटो वीडियो लेना शुरू कर दिए। पहले दिन बस रवाना होने से पहले मंत्री विजयवर्गीय ने स्टेरिंग का पूजन किया। इसके बाद महापौर भार्गव के साथ बस में सवार हो गए।
बस AICTSL कार्यालय से शिवाजी वाटिका होते हुए एग्रीकल्चर कालेज से पिपलिहाना चौराहा होते हुए वापस शिवाजी वाटिका से गीताभवन होते हुए AICTSL तक सफर किया। इस दौरान मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि अभी शहर में ट्रायल बेसेस पर बस चला रहे हैं। इंदौर में अगर यह बस सफल होती है, तो चार से पांच बसें खरीदेंगे। जिसमें से एक बस महिलाओं के लिए रहेगी। जिसका नाम पिंक डबल डेकर बस रहेगा।
पब्लिक ट्रांसपोट पर ध्यान
शहर में तेजी से वाहनों की संख्या बढ़ रही है। इसलिए पब्लिक ट्रांसपोट की ओर ध्यान देना जरूरी है। भले ही नगर निगम को घाटा हो, लेकिन शहर को सस्ती लोक परिवहन सेवा देंगे। शहर के यातायात को कम करने के लिए 25 से 30 ब्रिज बना रहे हैं। बिना ट्रेनिंग के ट्रायल पहली बार सड़क पर निकली डबल डेकर बस का स्टीयरिंग आइ-बस के चालक सुनील कुमार के हाथ में सौंप दिया। जबकि आइ-बस की तुलना में इस बस की ऊंचाई अधिक है। इस लिहाज से पहले ट्रेनिंग ली जाना थी।
बस के निचले हिस्से में 29 और उपरी हिस्से में 36 सीटें
बस लंबाई 31.8 फीट, चौड़ाई 8.5 फीट और ऊंचाई 15.4 फीट
एक बार चार्ज होने पर 150 से 160 किमी चलेगी
बस में प्रवेश और निकासी के लिए दो गेट
उपरी हिस्से में जाने के लिए दो सीढ़ियां
बस की लागत करीब दो करोड़ रूपये है