भाजपाइयों के मेला पदाधिकारी बनने के सपने चूर-चूर
ग्वालियर। ग्वालियर व्यापार मेला 25 दिसंबर से लगेगा और इसकी तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। लेकिन मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष से लेकर संचालक बनने की आस लगाये भाजपाइयों के सपने चूर-चूर हो गये हैं। इस बार भी मेला बिना कमेटी के ही आयोजित होगा और अधिकारी ही इसको संचालित करेंगे।
मेला प्राधिकरण के लिये भाजपाई, व्यापारी नेताओं से लेकर भाजपा समर्थक समाजसेवी भी प्रयासरत है, लेकिन अब सबकी आस टूट चुकी हैं। एक डेढ माह की कुल अवधि के लिये लगने वाले मेले की कमेटी इस बार भी नहीं बनेगी और न ही इसके लिये एमएसएमई मंत्री व मंत्रालय ने कोई प्रयास ही नहीं किये हैं। वैसे मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष के लिये केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कोटे से पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल, पूर्व मेला उपाध्यक्ष अशोक शर्मा, उर्जा मंत्री प्रघुम्न सिंह तोमर के खेमे से चेंबर अध्यक्ष डा. प्रवीण अग्रवाल, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर खेमे से पारस जैन सर्राफ, मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव समर्थक महेन्द्र सिंह यादव, प्रदेश अध्यक्ष व्हीडी शर्मा समर्थक जयप्रकाश राजौरिया के नाम चल रहे हैं। वहीं उपाध्यक्ष के लिये अशोक जादौन बाबा, रामनारायण दुबे रम्मू, विनय जैन, हरीश मेवाफरोश, रेशु राजावत, सुमन शर्मा, विनय अग्रवाल के नाम चल रहे हैं। इसमे से दो उपाध्यक्ष के नाम तय होने हैं। इसके लिये प्रदेश अध्यक्ष, मुख्यमंत्री व वरिष्ठ मंत्रियों द्वारा नाम तय होने हैं। इसी प्रकार मेला संचालक के लिये भी लगातार भाजपाई प्रयास कर रहे हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि इस बार भी मेला का आयोजन बिना पदाधिकारियों के ही संपन्न होगा। अधिकारियों ने भी बिना मेला पदाधिकारियों के आयोजन करने के लिये अब तैयारी शुरू कर दी हैं।