Thu. Jan 9th, 2025

160KMPH रफ्तार, 40 मिनट में मेरठ, 5 जनवरी पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन

नई दिल्ली  यह नया साल दिल्ली से मेरठ के बीच सफर करने वाले मुसाफिरों के लिए खुशखबरी लेकर आ रहा है। गाजियाबाद के बाद अब नमो भारत ट्रेन अब दिल्ली से मेरठ के सफर के लिए भी तैयार है। ट्रेन साहिबाबाद से आनंद विहार होकर न्यू अशोक नगर स्टेशन तक पहुंचेगी। ऐसे में दिल्ली से मेरठ तक करीब 40 मिनट में पहुंचा जा सकेगा। अभी वाया दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से सफर में करीब सवा घंटे का वक्त लगता है। पांच जनवरी को जापानी पार्क की रैली के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका शुभारंभ करने जा रहे हैं। इस नमो भारत ट्रेन के शुरु होने के बाद ऐसे व्यापारी और छात्र जो मेरठ से दिल्ली रोज यात्रा करते हैं।उनके लिए यह सफर और भी सुलभ हो जाएगा।

वर्तमान में नमो भारत मेरठ साउथ से साहिबाबाद स्टेशन के बीच चल रही है। इसकी दूरी करीब 42 किमी है। वहीं, साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर की 12 किमी की दूरी में आनंद विहार स्टेशन भी पड़ेगा। दो नए स्टेशनों के जुड़ने से नमो भारत एक तरफ से 54 किमी का सफर तय करेगी। वहीं, 9 की जगह स्टेशन की संख्या 11 हो जाएगी।आरआरटीएस कॉरिडोर से अभी गाजियाबाद नया बस अड्डा पर दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन कनेक्ट हो रही है। दिल्ली में विस्तार होने से इस कॉरिडोर से दो लाइनें और भी जुड़ रही हैं। आनंद विहार स्टेशन पर मेट्रो की वैशाली से द्वारका तक जाने वाली ब्लू लाइन व मजलिस पार्क से शिव विहार के बीच चलने वाली पिंक लाइन जुड़ जाएगी। वहीं, न्यू अशोक नगर पर नोएडा इलेक्ट्रानिक सिटी-द्वारका के बीच चलने वाली ब्लू लाइन जुड़ रही है। आगे यह मेट्रो की ज्यादातर लाइनों को लिंक कर देगी। इससे दिल्ली के साथ नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद समेत दक्षिण हरियाणा के शहरों तक पहुंचना आसान होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

HMPV वायरस की दुनिया में क्या रफ्तार: किन देशों में मिल रहे संक्रमित, भारत में फिलहाल कैसी स्थिति? जानेंHMPV Virus Cases: भारत में अब तक ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के कितने केस-कहां मिले हैं? दुनिया में इस वायरस से जुड़े मामले कहां-कहां मिले हैं? और वहां कितने संक्रमितों की बात सामने आ रही है? आइये जानते हैं… ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) को लेकर दुनियाभर में अलर्ट की स्थिति है। चीन में दिसंबर के मध्य से फैल रहे संक्रमण को लेकर डर की स्थिति तब और बढ़ गई, जब भारत में एचएमपीवी के केसों की पुष्टि हुई। इस बीच चिकित्सकों और विशेषज्ञों का कहना है कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस कोई नया वायरस नहीं है, बल्कि इसका अस्तित्व दुनिया में करीब 60 साल से माना जा रहा है। इसके प्रभावों को लेकर डब्ल्यूएचओ से लेकर अलग-अलग स्वास्थ्य संस्थानों ने सावधान रहने को कहा है, हालांकि इसे बड़ा खतरा नहीं माना जा रहा है। इसके बावजूद पहले चीन, फिर भारत और अब कुछ और देशों में एचएमपीवी फैलने की वजह से इसकी संक्रमण दर को लेकर चिंता बनी हुई है। इतना ही नहीं ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से संक्रमितों में कोरोनावायरस प्रभावितों जैसा ही संक्रमण दर्ज किया गया। इसके चलते एचएमपीवी के प्रभावों की तुलना भी कोविड-19 से की जा रही है, जो कि चीन में ही उभरने के बाद दुनिया के कई देशों में फैल गया था।