Thu. Jan 9th, 2025

सीबीआई ने अपने ही एक डिप्टी एसपी के खिलाफ मामला दर्ज किया

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मुंबई में बैंक सुरक्षा एवं धोखाधड़ी ब्रांच में तैनात अपने ही एक डिप्टी एसपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपी पर उन लोगों से अनुचित लाभ लेने का आरोप है जिनकी उसने जांच की थी। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि सीबीआई ने आरोपी के पास से 55 लाख रुपये नकद बरामद किए।
अधिकारी ने बताया कि एजेंसी ने डिप्टी एसपी बीएम मीणा के खिलाफ कई लोगों से अनुचित लाभ हासिल करने के आरोप में मामला दर्ज किया है। ये सभी लोग उसकी जांच के दायरे में थे। एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि आरोपी डिप्टी एसपी खातों और हवाला चैनलों के जरिये रिश्वत की रकम का लेनदेन करने के लिए विभिन्न बिचौलियों की सेवाएं ले रहा था। सीबीआई ने हाल ही में जयपुर, कोलकाता, मुंबई और दिल्ली समेत 20 जगहों पर छापा मारा था। छापे के दौरान हवाला से भेजी गई 55 लाख रुपये की नकदी, 1.78 करोड़ रुपये के निवेश वाले संपत्ति के कागजात, 1.63 करोड़ रुपये के लेनदेन को दर्शाने वाली बुक एंट्री के अलावा अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज मिले। अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच चल रही है।
अधिकारी ने बताया कि सीबीआई भ्रष्टाचार और अन्य कदाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाती है और गलती करने वाले अधिकारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करती है। निदेशक प्रवीण सूद का संदेश साफ है कि बाहरी कार्रवाई के लिए आंतरिक सतर्कता आवश्यक है। एजेंसी ने संविधान के अनुच्छेद 311 के तहत तीन अधिकारियों को बिना जांच के बर्खास्त कर दिया, जबकि कार्मिक एवं प्रशिक्षण सेवा नियमावली के मौलिक नियम (एफआर) 56(जे) के तहत पांच को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

HMPV वायरस की दुनिया में क्या रफ्तार: किन देशों में मिल रहे संक्रमित, भारत में फिलहाल कैसी स्थिति? जानेंHMPV Virus Cases: भारत में अब तक ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के कितने केस-कहां मिले हैं? दुनिया में इस वायरस से जुड़े मामले कहां-कहां मिले हैं? और वहां कितने संक्रमितों की बात सामने आ रही है? आइये जानते हैं… ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) को लेकर दुनियाभर में अलर्ट की स्थिति है। चीन में दिसंबर के मध्य से फैल रहे संक्रमण को लेकर डर की स्थिति तब और बढ़ गई, जब भारत में एचएमपीवी के केसों की पुष्टि हुई। इस बीच चिकित्सकों और विशेषज्ञों का कहना है कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस कोई नया वायरस नहीं है, बल्कि इसका अस्तित्व दुनिया में करीब 60 साल से माना जा रहा है। इसके प्रभावों को लेकर डब्ल्यूएचओ से लेकर अलग-अलग स्वास्थ्य संस्थानों ने सावधान रहने को कहा है, हालांकि इसे बड़ा खतरा नहीं माना जा रहा है। इसके बावजूद पहले चीन, फिर भारत और अब कुछ और देशों में एचएमपीवी फैलने की वजह से इसकी संक्रमण दर को लेकर चिंता बनी हुई है। इतना ही नहीं ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से संक्रमितों में कोरोनावायरस प्रभावितों जैसा ही संक्रमण दर्ज किया गया। इसके चलते एचएमपीवी के प्रभावों की तुलना भी कोविड-19 से की जा रही है, जो कि चीन में ही उभरने के बाद दुनिया के कई देशों में फैल गया था।