Thu. Jan 9th, 2025

10 वीं और 12 वीं की प्री बोर्ड परीक्षा 16 जनवरी से

शिक्षा विभाग की ओर से जिले में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की प्री बोर्ड परीक्षा 16 जनवरी से कराई जाएगी। परीक्षा के लिए शिक्षा विभाग की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।

जिला माध्यमिक शिक्षा अधिकारी पुष्कर लाल टम्टा ने बताया कि जिले में ग्रीष्मकालीन अवकाश वाले विद्यालयों में प्री बोर्ड परीक्षा 16 जनवरी से कराई जाएगी। साथ ही शीतकालीन अवकाश वाले विद्यालयों में प्री बोर्ड परीक्षा फरवरी के प्रथम सप्ताह में कराई जाएगी। उन्होंने

सभी बीईओ को प्री बोर्ड परीक्षा कराने के लिए निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा कि प्री बोर्ड के लिए सभी शिक्षक अपने-अपने विद्यालयों में स्वयं प्रश्नपत्र बनाएंगे और पिछले वर्षों में बोर्ड में पूछे गए प्रश्नों के आधार पर प्रश्नपत्र तैयार करेंगे।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध प्रश्नपत्रों का भी इसमें समावेश करेंगे। जिले में इस बार हाईस्कूल में 9827 परीक्षार्थियों में संस्थागत 9649, व्यक्तिगत 223 और इंटरमीडिएट में 9409 परीक्षार्थियों में संस्थागत 9001 और व्यक्तिगत 408 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

HMPV वायरस की दुनिया में क्या रफ्तार: किन देशों में मिल रहे संक्रमित, भारत में फिलहाल कैसी स्थिति? जानेंHMPV Virus Cases: भारत में अब तक ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के कितने केस-कहां मिले हैं? दुनिया में इस वायरस से जुड़े मामले कहां-कहां मिले हैं? और वहां कितने संक्रमितों की बात सामने आ रही है? आइये जानते हैं… ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) को लेकर दुनियाभर में अलर्ट की स्थिति है। चीन में दिसंबर के मध्य से फैल रहे संक्रमण को लेकर डर की स्थिति तब और बढ़ गई, जब भारत में एचएमपीवी के केसों की पुष्टि हुई। इस बीच चिकित्सकों और विशेषज्ञों का कहना है कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस कोई नया वायरस नहीं है, बल्कि इसका अस्तित्व दुनिया में करीब 60 साल से माना जा रहा है। इसके प्रभावों को लेकर डब्ल्यूएचओ से लेकर अलग-अलग स्वास्थ्य संस्थानों ने सावधान रहने को कहा है, हालांकि इसे बड़ा खतरा नहीं माना जा रहा है। इसके बावजूद पहले चीन, फिर भारत और अब कुछ और देशों में एचएमपीवी फैलने की वजह से इसकी संक्रमण दर को लेकर चिंता बनी हुई है। इतना ही नहीं ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से संक्रमितों में कोरोनावायरस प्रभावितों जैसा ही संक्रमण दर्ज किया गया। इसके चलते एचएमपीवी के प्रभावों की तुलना भी कोविड-19 से की जा रही है, जो कि चीन में ही उभरने के बाद दुनिया के कई देशों में फैल गया था।