प्रयागराज उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मौनी आमवस्या पर बुधवार को अमृत स्नान के दौरान भगदड़ मच गई। इस हादसे में कई लोगों के घायल होने की खबर है। कुछ को बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया जा रहा है। भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा- संगम नोज पर अधिक भीड़ के कारण यह फैसला किया गया है। पीएम मोदी ने सीएम योगी से फोन पर बात की। उन्होंने घटना के बारे में जानकारी ली।
दरअसल, महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का स्नान है, जिसके चलते करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं शहर में मौजूद होने का अनुमान है। प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर आज देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने की संभावना है। स्नान करने के लिए श्रद्धालु मंगलवार से ही संगम तट पर पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि फवाह के चलते संगम नोज पर भगदड़ मची। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए।
महाकुंभ में मची भगदड़ क्यों हुई?
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए एकत्रित हुए थे। संगम नोज पर अत्यधिक भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिसके परिणामस्वरूप कई लोग घायल हो गए।
क्या महाकुंभ में पवित्र स्नान रद्द कर दिया गया है?
हां, भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने मौनी अमावस्या का पवित्र स्नान रद्द कर दिया है ताकि स्थिति पर काबू पाया जा सके और और कोई दुर्घटना न हो।
महाकुंभ stampede के दौरान कितने लोग घायल हुए हैं?
कई लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ को बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया गया है। फिलहाल, घायलों की संख्या के बारे में अधिक जानकारी सामने नहीं आई है।
महाकुंभ में कितने श्रद्धालु उपस्थित थे?
अनुमान के अनुसार, महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन करीब 5 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज में उपस्थित थे और कुल 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान करने की योजना बना रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना पर क्या प्रतिक्रिया दी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की और महाकुंभ में मची भगदड़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली।