नगर निगम में एक और फर्जी बिल घोटाला,11 करोड़ के फर्जी बिल लगाए
पिछले साल हुए 100 करोड़ के फर्जी बिल घोटाले की जांच अभी पूरी भी नहीं हो पाई है और इंदौर के नगर निगम में एक और फर्जी बिल घोटाला सामने आया है। 11 करोड़ के फर्जी बिल निगम की लेखा शाखा में भुगतान के लिए लगाए गए। निगम अफसरों ने मामला पुलिस को सौंपा है। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जिस नींव कंस्ट्रक्शन कंपनी का नया घोटाला सामने आया है। उसका कर्ताधर्ता मोहम्मद साजिद पुराने घोटाले में भी शामिल है और आरोपी भी है। नगर निगम के सहायक लेखपाल आशीष तायड़े की शिकायत पर एमजी रोड थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है।मार्च में नगर निगम में सबसे ज्यादा बिल लगाए जाते है और इस दौरान घोटाले की आशंका भी बनी रहती है,क्योकि बिलों का सत्यापन ठीक से नहीं हो पाता। साजिद खान की तरफ से 185 बिल लगाए गए। जिसमें डेढ़ सौ से ज्यादा बिल फर्जी निकले। लेखा विभाग ने पुराने घोटाले से सबक लेकर बिलों की जांच शुरू की। यह फर्जी बिल 11 करोड़ रुपये के है। पुराने घोटाले में कंपनी को काली सूची में डाल रखा है।इसके बावजूद पुराने बिल भुगतान के लिए लगाए गए। आपको बता दे कि पिछले साल पांच ठेकेदार एजेंसियों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया था। 100 करोड़ से ज्यादा के पाइप लाइन, सड़क निर्माण के घोटाले का मामला सामने आया था। इस घोटाले में लेखा विभाग के अफसरों के अलावा एक अधीक्षण यंत्री भी शामिल था। घोटाले की फाइल नगर निगम के एक अधिकारी की कार से चोरी चली गई थी। इसके बाद यह घोटाला सामने आया था। अभी इसकी जांच जारी है।