भारत में जल्द लॉन्च होगा लाएगा किफायती इलेक्ट्रिक कारें!
भारत में अपनी नई इलेक्ट्रिक कार ब्रांड Leapmotor को लॉन्च करने की योजना बना रहा है। ये ब्रांड 2025 के अंत तक भारतीय बाजार में दस्तक दे सकता है।Leapmotor की गाड़ियां 10 से 40 लाख रुपये की रेंज में होंगी, जिसमें छोटी हैचबैक से लेकर मिड-साइज SUV तक शामिल होंगी। Stellantis ने 2023 में Leapmotor में 20% हिस्सेदारी 1.5 बिलियन यूरो में खरीदी थी, और अब वो भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए इस ब्रांड को ला रहा है। ये कदम टाटा और मारुति की इलेक्ट्रिक गाड़ियों को कड़ी टक्कर देगा। आइए, इसकी पूरी डिटेल्स जानते हैं।
Leapmotor भारत में अलग-अलग सेगमेंट की इलेक्ट्रिक गाड़ियां लाएगा। इसमें एक छोटी हैचबैक होगी, जो टाटा टियागो EV से मुकाबला करेगी, और एक मिड-साइज SUV होगी, जो मारुति की eVX और टाटा नेक्सन EV को टक्कर देगी। कीमत 10 लाख से शुरू होकर 40 लाख रुपये तक होगी। ऑटोकार प्रोफेशनल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Stellantis भारत में Leapmotor के लिए प्रोडक्शन की संभावनाएं तलाश रहा है। कंपनी पहले से ही भारत में Citroen, Jeep और Maserati ब्रांड्स ऑपरेट करती है, और Leapmotor उसका चौथा ब्रांड होगा। ये गाड़ियां किफायती और हाई-टेक होंगी।
Stellantis और Leapmotor की ग्लोबल पार्टनरशिप
Stellantis ने Leapmotor के साथ ग्लोबल पार्टनरशिप की है। 2024 में इस ब्रांड ने यूरोप में T03 और C10 मॉडल्स लॉन्च किए, और अब भारत, मिडिल ईस्ट, अफ्रीका और साउथ अमेरिका में विस्तार की योजना है। Leapmotor की गाड़ियां Stellantis के Dare Forward 2030 प्लान का हिस्सा हैं, जिसका मकसद इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देना है। 2023 में Leapmotor चीन में टॉप-3 EV स्टार्टअप ब्रांड्स में था। भारत में ये ब्रांड सस्ती और प्रीमियम दोनों सेगमेंट में जगह बनाएगा। Stellantis भारत में अपने मैन्युफैक्चरिंग बेस को भी मजबूत करना चाहता है।
भारत में होगी कड़ी टक्कर
Leapmotor का मुकाबला टाटा, मारुति और हुंडई की इलेक्ट्रिक गाड़ियों से होगा। 2024 में टाटा की EV मार्केट में 68% हिस्सेदारी थी, लेकिन Leapmotor अपनी किफायती कीमत और हाई-टेक फीचर्स से ग्राहकों को लुभा सकता है। अगर तुम Renault Triber (6.10-9.02 लाख, 19 kmpl) जैसी बजट गाड़ी की जगह इलेक्ट्रिक ऑप्शन चाहते हो, तो Leapmotor एक शानदार चॉइस हो सकता है। ये ब्रांड भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को आम लोगों तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है।