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थोक मंडी से बाहर आते ही फलों को बेचा जा रहा दोगुने दाम पर, इस मनमानी से आम आदमी की जेब पर बढ़ा भार

देहरादून। कोरोना संक्रमण के चरम पर पहुंचने के साथ ही इम्युनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों की मांग फिर से बढ़ गई है। फल इम्युनिटी बढ़ाने का सबसे अच्छा माध्यम हैं। ऐसे में अब फलों के दाम भी आसमान छू रहे हैं। थोक मंडी से बाहर आते ही फलों को दोगुने दाम पर बेचा जा रहा है। फुटकर विक्रेताओं की इस मनमानी से आम आदमी की जेब पर भार बढ़ गया है।

इम्युनिटी यानी प्रतिरोधक क्षमता। यह न सिर्फ बीमारियों से लड़ने में मदद करती है, बल्कि शरीर को स्वस्थ भी रखती है। कोरोनाकाल ने हर शख्स को इसका महत्व समझा दिया है। फलों में ऐसे तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक हैं। फिलहाल अंतरराज्यीय परिवहन पर कोई पाबंदी नहीं है, इसलिए दून समेत पूरे प्रदेश में फल-सब्जी का आयात और निर्यात सामान्य है। ऐसे में फलों के दाम में बढ़ोतरी की कोई वाजिब वजह नहीं है। बावजूद इसके फुटकर दुकानों पर फलों की बिक्री में खूब मुनाफाखोरी की जा रही है। फुटकर दुकानदार फलों में थोक मूल्य से दोगुने दाम वसूल रहे हैं।

विजय थपलियाल ( सचिव, निरंजनपुर मंडी समिति) ने कहा कि मंडी में फलों की आवक सामान्य है। दाम में भी इजाफा नहीं हुआ है। फुटकर बाजार पर हमारा नियंत्रण नहीं है। हालांकि, मांग बढ़ने पर दामों में थोड़ा उछाल आता है। अगले कुछ दिन में यह सामान्य होने की उम्मीद है।

-अमित कुमार (वरिष्ठ निरीक्षक, बाट-माप विभाग) ने कहा कि प्रशासन की ओर से मनमानी करने वाले फल-सब्जी विक्रेताओं पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। अगर कोई ओवर रेटिंग करता है तो उसकी शिकायत पर खाद्य और बाट-माप विभाग कार्रवाई करेगा।

 

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