महाराष्ट्र सरकार का फैसला / कोरोना से जान गंवाने वाले पुलिसवालों के परिवार उनकी रिटायरमेंट की तारीख तक सरकारी आवास में रह सकेंगे
मुंबई. महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिजनों को उद्धव सरकार ने राहत दी है। राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि कोरोना के चलते जिन पुलिसकर्मियों की मौत होती है उनके परिवार के लोग रिटायरमेंट तक सरकारी आवास में रह सकेंगे। यानी उन्हें सरकारी आवास खाली नहीं करना होगा।
इससे पहले सरकार की ओर से कोरोना के चलते जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिजनों को 65 लाख रुपए की सरकारी मदद का ऐलान किया था। राज्य में अब तक संक्रमण से 54 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है। जबकि 4 हजार से ज्यादा पुलिसवाले अब तक संक्रमित हो चुके हैं।
मानवीय आधार पर लिया गया फैसला
महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने एक वीडियो संदेश में कहा, “जिस किसी पुलिसवाले को सरकारी घर मिला है और कोरोना के चलते उनकी मौत हो जाती है तो फिर उनका परिवार उनके रिटायरमेंट की तारीख तक उस घर में रह सकता है। किसी भी पुलिसवाले के परिवार को छतों या घरों की परवाह करने की कोई जरूरत नहीं है।” गृह मंत्री ने कहा कि मानवीय आधार पर ये फैसला लिया है। उन्होंने कहा, “कम से कम हम पुलिसकर्मियों के बलिदान के बदले में ये कर सकते हैं।”
मुंबई में कुल संक्रमितों की संख्या 71 हजार पहुंची
महाराष्ट्र में मुंबई में तेजी से संक्रमण फैल रहा है। स्थिति इतनी खराब है कि शहर में अब तक 70,990 हजार लोग संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। गुरुवार को मुंबई में संक्रमण के 1365 नए मामले सामने आए और कुल 58 लोगों की मौत हुई है।