मप्र के अस्पतालों में दरें तय, ग्वालियर में हालात जुदा, कहीं आईसीयू बेड के 6000 तो कहीं 12500
ग्वालियर. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने निर्देश दिए कि निजी अस्पताल मनमाने दाम नहीं ले सकेंगे और उन्हें शासन द्वारा निर्धारित दरों को हॉस्पिटल के बाहर लगाना होगा लेकिन ग्वालियर के अस्पतालों को देखते हुए हालात कुछ और ही नजर आ रहे है। सरकार द्वारा निर्देश जारी कर बताया गया कि प्राइवेट अस्पतालों को सार्थक पोर्टल पर बेड व इलाज में लगने वाले खर्च की रेट लिस्ट लगानी होगी जिनके आधार पर अस्पतालों में इलाज हो रहा है। सरकार ने तो मानक दरें निश्चित कर दी लेकिन जिले के किसी अस्पताल में आईसीयू बेड के 12500 रुपए प्रतिदिन लगा रहे है कहीं 6000 रुपए तो कहीं ऑक्सीजन के 150 रुपए प्रति घंटे तो कहीं 600 रुपए प्रति घंटे के हिसाब से दाम लिए जा रहे है।
सोमवार को अस्पतालों की जांच शुरू होगी
शहर के 10 से ज्यादा अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों के परिजनों ने हॉस्पिटल में ओवर चार्जिंग की शिकायत की। स्वास्थ्य विभाग को मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ताओं का कहना है कि उनसे इलाज के दौरान ज्यादा पैसा लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि सोमवार को इनकी जांच शुरू होगी और अस्पतालों में दर्ज रिकॉर्ड और मरीज के बिलों का मिलान किया जाएगा।
सरकारी आदेश के अनुसार कोविड केयर सेंटर और अस्पतालों में इलाज की दरें तय है जिन्हें निजी अस्पतालों को पोर्टल के साथ ही अस्पताल के बाहर भी लगाना होगा लेकिन जिले के कई कोविड केंद्रों पर पुरानी रेट लिस्ट ही लगी है। प्रबंधन ने कहा कि सरकार की ओर से उन्हें कोई सूची नहीं मिली है। वहीं कई स्थानों पर रेट लिस्ट नहीं है इसके पीछे उद्देश्य यह है कि अगर रेट लिस्ट बाहर लगाई तो मरीज वहीं जाएगा जहां दाम कम है।