नदियों में बहाए जा रहे शवों के मामले का सीएम योगी ने लिया संज्ञान, कोरोना से हो रही मौतों पर जताया दुख
लखनऊ: नदियों में बहाए जा रहे शवों के मामले का सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है. सीएम ने कहा कि अंत्येष्टि की क्रिया मृतक की धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप सम्मान के साथ की जाए. उन्होंने कहा कि किसी भी मृतक की अंत्येष्टि के लिए जल प्रवाह की प्रक्रिया पर्यावरण के अनुकूल नहीं है. अंत्येष्टि क्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से आवश्यक वित्तीय सहायता भी दी जा रही है.
कोरोना से होने वाली हर मृत्यु दुखद है
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना से होने वाली हर मृत्यु दुखद है और मृतकों के परिजनों के प्रति प्रदेश सरकार की संवेदनाएं हैं. सीएम ने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इस संबंध में धर्मगुरुओं से संवाद किया जाए. लोगों को जागरूक करने की भी आवश्यक्ता है.
नदी से मिले शव
इस बीच ये भी बता दें कि, उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में गंगा नदी के तटवर्ती इलाके से मंगलवार की रात सात और शव मिलने के साथ ही नदी से निकाले गए शवों की कुल संख्या 52 हो गई है. एक अधिकारी ने बताया कि नदी में मिल रहे शवों के कोविड संक्रमित होने की आशंका के मद्देनजर तटवर्ती इलाकों में संक्रामक रोग के प्रसार को रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से शवों का तत्काल अंतिम संस्कार करा दिया गया है.
329 और लोगों की हुई मौत
बता दें कि, उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 संक्रमित 329 और लोगों की मौत हो गई. प्रदेश में इस दौरान 18125 नए मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बुधवार को बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में कोविड-19 संक्रमित 329 और लोगों की मौत हो गई और इसके साथ ही राज्य में इस वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 16372 हो गई है.