शादी के तुरंद बाद अपने पार्टनर को न सौंपे अपना पूरा पैसा, फाइनेंस से जुड़े फैसले लेने में हमेशा भागीदार बनें
शादी के बाद पैसों को व्यवस्थित करना एक बड़ी जिम्मेदारी होती है। कई लोगों के कम में सवाल होता है कि क्या शादी के तुरंत बाद अपने पैसों या निवेश का विलय कर देना चाहिए या कुछ साल इंतजार करना चाहिए? क्या जीवनसाथी के साथ लोन लेना सही रहेगा? अगर आपकी शादी भी कुछ समय पहले ही हुई है और आप भी इन बातों को लेकर असमंजस में है तो, यहां हम आपको कुछ जरूरी बातें बता रहे हैं जो आपको इस परेशानी से निकलने में मदद करेंगी।
जल्दबाजी न करें
शादी के बाद जब आपके पैसे और प्रॉपर्टी को साझा करने की बात आती है तो आपको कभी भी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। हमेशा धीमी गति से चलना चाहिए। अपने पैसों का विलय करने, अपनी नौकरी छोड़ने और वित्तीय नियंत्रण को छोड़ने में जल्दबाजी न करें। क्योंकि अगर शादी नहीं चल पाती है और आपके रिश्तों में परेशानी आ जाती है तो आपकी वित्तीय स्वतंत्रता महत्वपूर्ण होगी। इसलिए अपने बैंक अकाउंट को बंद न करें। इसके अलावा निवेश करना बंद न करें और अपने लिए निवेश करते रहें।
पैसा या संपत्ति को पार्टनर को न दें, कोई भी ऐसा लोन न लें जहां संपत्ति आपके पार्टनर के नाम पर है। आपकी शादी के पहले कुछ सालों में इन बातों का ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि यदि आपका रिश्ता टूट जाता है, तो आपको वित्तीय मदद नहीं लेनी पड़ेगी और बिना किसी की मदद के आप अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं।
सक्रिय भागीदार बनें
पैसों से जुड़े फैसले लेने में हमेशा भागीदार बनें, भले ही आप इसमें बहुत रुचि नहीं रखते हों। यदि आपका जीवनसाथी अकेला कमाने वाला है और बचत और निवेश के लिए जिम्मेदार है, तो आपको कम से कम इन बातों के बारे में पता होना चाहिए।
- मंथली इनकम और खर्च के बारे में पता करें।
- किस संपत्ति में कहां और कितना पैसा लगाया गया है।
- संपत्ति और निवेश का मालिक और लाभार्थी कौन है।
- इन निवेशों और खातों तक आप कैसे पहुंच सकते हैं इसकी जानकारी रखें।
- आप और आपके जीवनसाथी किन वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं। और इन लक्ष्यों को प्राप्त करने में कितनी प्रोग्रेस हुई है।
यह जानकारी आपकी वित्तीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होगी। यदि आपके साथी की अचानक मृत्यु हो जाती है। ऐसे में आपको अपना जीवन वापस पटरी पर लाने के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
को-एप्लीकेंट और सह-मालिक
यदि आपका जीवनसाथी चाहता है कि आप उस लोन में को-एप्लीकेंट (सह-आवेदक) बनें जो वह या तो घर या अपने व्यवसाय के लिए ले रहा है, तो सुनिश्चित करें कि आप संपत्ति के सह-मालिक भी हों। एक गारंटर या केवल आवेदक होने के लिए सहमत न हों। सुनिश्चित करें कि संपत्ति या तो संयुक्त रूप से या व्यक्तिगत रूप से आपकी हो। किसी भी डॉक्यूमेंट पर बिना पड़े साइन करने से बचना चाहिए।
जो आपका है उसे अपने पास रखें
यदि आप एक जॉइंट बैंक अकाउंट खोलना चाहते हैं, तो खोल लें, लेकिन यह भी सुनिश्चित करें कि आपके नाम पर एक पर्सनल अकाउंट भी रहे। यदि आप नौकरीपेशा हैं तो अपना वेतन अपने खाते में जमा करें और जॉइंट बैंक अकाउंट में घर चलाने के लिए अपना हिस्सा ट्रांसफर करें। शादी से पहले की अपनी संपत्ति और निवेश को जॉइंट अकाउंट में डालने या नई संपत्ति खरीदने के लिए अपनी पुरानी संपत्ति को बेचना सही नहीं है। कोई भी नई संपत्ति खरीदने के लिए आपको और आपके पार्टनर, दोनों को योगदान करना चाहिए। इसके अलावा आपको रिश्तेदारों से मिले गहने या कोई अन्य उपहार को अपने पार्टनर को न सौंपें।