मध्य प्रदेश / मंगलवार को हो सकता है मंत्रिमंडल का विस्तार, मुख्यमंत्री शिवराज के साथ दिल्ली से ज्योतिरादित्य सिंधिया आ सकते हैं
भोपाल. रविवार को दिल्ली गए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार दोपहर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने जाएंगे। इसके बाद देर शाम तक मुख्यमंत्री के भोपाल वापस आने का कार्यक्रम है। मुख्यमंत्री के साथ दिल्ली से ज्योतिरादित्य सिंधिया भी आ सकते हैं। मुख्यमंत्री वापसी के बाद संभवत: आज रात तक मंत्रिमंडल का विस्तार कब होगा, इसकी जानकारी दे दी जाएगी। उधर, राज्यपाल लालजी टंडन की खराब सेहत को देखते हुए राष्ट्रपति ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मप्र का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। मंत्रिमंडल में नए सदस्यों को शपथ 30 जून को दिलाई जा सकती है।
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री ने दिल्ली में संभावित मंत्रिमंडल विस्तार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा, संगठन महामंत्री बीएल संतोष और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से लंबी चर्चा की। मुख्यमंत्री का अपराह्न 4 बजे नरेंद्र मोदी से मिलने का कार्यक्रम हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने के बाद झंडेवालान स्थित आरएसएस के कार्यालय भी जाएंगे। मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत भी गए हैं।
25 मंत्री शामिल हो सकते हैं
सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिमंडल में 25 मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। इनमें सिंधिया समर्थकों की संख्या 10 और भाजपा कोटे के 15 मंत्री रहेंगे। सिंधिया समर्थकों के नाम और विभाग को लेकर निर्णय सिंधिया और शिवराज की मुलाकात के बाद होगा। पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, पिछली सरकारों में मंत्री रहे कुछ वरिष्ठ नेताओं को इस बार मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जाएगा।
इनको मिल सकती है जगह
भोपाल में भाजपा के आला नेताओं के साथ मंथन के बाद कुछ पुराने नामों को ड्रॉप भी किया गया है। लेकिन, राष्ट्रीय नेतृत्व उस पर अंतिम निर्णय लेगा। चर्चाओं के अनुसार, पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, रामपाल सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, राजेंद्र शुक्ला, गौरीशंकर बिसेन, जगदीश देवड़ा, गिरीश गौतम या केदार शुक्ल को विंध्य क्षेत्र से कैबिनेट में जगह मिल सकती है।
ये भी हैं दावेदार
ऑपरेशन लोट्स के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले विधायक संजय पाठक, अरविंद भदौरिया, रामेश्वर शर्मा और विश्वास सारंग को भी कैबिनेट में जगह मिलने की उम्मीद है। इंदौर से ऊषा ठाकुर या रमेश मेंदोला को जगह मिल सकती है। इसके अलावा, लल्लूराम वैश्य, नीना वर्मा, रामखिलावन पटेल, प्रेम सिंह पटेल, सुरेंद्र पटेल और पूर्व मंत्री हरिशंकर खटीक भी दावेदारों की सूची में शामिल हैं।
सिंधिया के 10 लोग शामिल हो सकते हैं
सिंधिया कैंप के 10 लोगों को शिवराज कैबिनेट में जगह मिल सकती है। इमरती देवी, प्रद्युमन सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसौदिया और प्रभुराम चौधरी का नाम तय है, क्योंकि ये लोग पूर्व में भी मंत्री ही थे। इसके अलावा, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, रणवीर सिंह जाटव, बिसाहूलाल सिंह, ऐंदल सिंह कंषाना और हरदीप सिंह डंग भी दावेदार हैं।
23 मार्च को शपथ ली थी
राज्य में मार्च माह के राजनैतिक घटनाक्रमों के चलते वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था और उनके समर्थक 22 विधायकों ने भी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 20 मार्च को पद से इस्तीफा दे दिया था और 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
29 मंत्री और बनाए जा सकते हैं
एक माह बाद अप्रैल में पांच मंत्रियों को शपथ दिलाकर मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल का गठन किया। इसके बाद मंत्रिमंडल का विस्तार होना था, लेकिन वह विभिन्न कारणों से लगातार टल रहा था। अब माना जा रहा है कि शीघ्र ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा। विधानसभा में सदस्यों की संख्या के हिसाब से राज्य में अधिकतम 35 मंत्री हो सकते हैं, जिनमें मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। इस तरह की मुख्यमंत्री अधिकतम 29 और लोगों को मंत्री बना सकते हैं। मंत्रिमंडल विस्तार में ज्योतिरादित्य सिंधिया की राय को तवज्जो और उनके समर्थकों को भी पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिए जाने की पूरी संभावना है