प्रमोटर हिस्सेदारी का नियम:GIC री में सरकार को अक्टूबर से पहले हिस्सेदारी घटानी होगी, तीन विदेशी कंपनियां हैं रेस में
सरकार जल्द ही साधारण बीमा कंपनी जनरल इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन (GIC) में हिस्सेदारी बेच सकती है। इसके लिए 3 विदेशी कंपनियां रेस में हैं। इसमें प्रूडेंशियल, स्विस री और एक अन्य कंपनी है। इस खबर से पिछले कुछ दिनों से अचानक GIC के शेयरों में तेजी दिखने लगी है।
3 साल में घटानी होती है हिस्सेदारी
शेयर बाजार रेगुलेटर सेबी के नियमों के मुताबिक, किसी भी लिस्टेड कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी 3 साल में घटाकर 75% पर लानी होती है। हालांकि इस साल से नई लिस्टेड कंपनियों के लिए अब यह नियम पांच साल का हो गया है। GIC की लिस्टिंग अक्टूबर 2017 में हुई थी। इस तरह से इस साल के अक्टूबर से पहले इसमें प्रमोटर की हिस्सेदारी घटानी होगी। इस कंपनी में प्रमोटर सरकार है और इस वजह से इसकी हिस्सेदारी सरकार बेचेगी।
GIC में अभी सरकार की हिस्सेदारी 85.78% है
GIC में अभी सरकार की हिस्सेदारी 85.78% है। यानी करीबन 11% हिस्सेदारी इसमें सरकार बेच सकती है। इसके शेयर का भाव इस समय 200 रुपए के आस-पास है। जबकि इसका IPO 855-912 रुपए के बीच आया था। हालांकि कंपनी ने एक पर एक शेयर का बोनस दिया था इसलिए इसका भाव इस समय IPO के लिहाज से 400 रुपए से ऊपर होना चाहिए था।
शेयरों में आगे और उछाल दिख सकता है
सूत्रों के मुताबिक, सरकार इस कंपनी में 400 रुपए के आस-पास हिस्सेदारी बेच सकती है। ऐसे में शेयरों में आगे और उछाल दिखने की संभावना है। इसी साल फरवरी में जब कंपनी में हिस्सेदारी बेचने की बात आई थी तो 18 फरवरी को इसका शेयर 20% बढ़कर अपर सर्किट पर चला गया। दूसरी ओर इसकी बोर्ड मीटिंग 3 जून को थी, लेकिन अचानक इसे कैंसल कर दिया गया है।
बोर्ड मीटिंग की तारीख टली
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होने वाली बोर्ड मीटिंग फिलहाल स्थगित कर दी गई है। जल्द ही अगली तारीख जारी की जाएगी। कंपनी बोर्ड मीटिंग में मार्च तिमाही के रिजल्ट और अन्य की घोषणा करेगी। दिसंबर की तिमाही में इसका शुद्ध लाभ 931 करोड़ रुपए का रहा है।
वित्तमंत्री ने की थी घोषणा
इस साल के बजट में वित्तमंत्री ने घोषणा की थी कि दो बैंकों और एक जनरल इंश्योरेंस कंपनी का निजीकरण किया जाएगा यानी उनको प्राइवेट किया जाएगा। इससे भी यह संकेत मिल रहा है कि कंपनी GIC में 11% से ज्यादा हिस्सेदारी अगले कुछ महीनों में चरणबद्ध तरीके से बेच सकती है। अगर ऐसा होता है तो फिर इस कंपनी से सरकार को अच्छे पैसे मिलेंगे। एक महीने इसका शेयर 189 रुपए से 216 रुपए तक चला गया था। इसका मार्केट कैप 35 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का है।