Nasscom का दावा- टॉप 5 IT कंपनियों की इस साल 96 हजार लोगों को नौकरी देने की योजना
कोरोना संकट काल में जब लोगों की नौकरियां जा रही है तो आईटी सेक्टर में 5 बड़ी कंपनिया हजारों लोगों को रोजगार देने जा रही है. दरअसल ये दावा आईटी उद्योग संगठन नैसकॉम ने किया है. नैसकॉम के द्वारा जारी बयान के मुताबिक भारत की टॉप 5 IT कंपनियां 96,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी देने की प्लानिंग कर रही है. नैसकॉम का ये बयान बुधवार को आई उस रिपोर्ट के रिएक्शन में आया है जिसमें कहा गया था कि आटोमेशन की वजह से टॉप आईटी कंपनियां साल 2022 तक 30 लाख नौकरियां खत्म कर देंगी.
नई नौकरियों का सृजन होगा
नैसकॉम ने एक बयान में कहा है कि, “ टेक्नोलॉजी के इवैल्यूएशन और बढ़ते ऑटोमेशन के साथ, पारंपरिक आईटी नौकरियों और भूमिकाओं की प्रकृति समग्र रूप से विकसित होगी जिससे नई नौकरियों का सृजन होगा. इसके साथ ही कहा कि आईटी क्षेत्र ने कुशल प्रतिभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा नियुक्ति की है और वित्त वर्ष 2021 में 1लाख 38 हजार लोगों को रोजगार दिया है. नैसकॉम ने ये भी कहा कि आईटी कंपनियों ने वित्त वर्ष 2021-22 में 96 हजार से ज्यादा नियुक्तियों की मजबूत योजना भी तैयार की है.
40 हजार से ज्यादा फ्रेश डिजिटली ट्रेंड टैलेंड को हायर किया गया
आईटी उद्योग संगठन ने आगे कहा कि, “इंडस्ट्री डिजिटल स्किल में 25 हजार से ज्यादा कर्मचारियो को अपस्किल कर रहा है और इसने 40 हजार से ज्यादा फ्रेश डिजिटली ट्रेंड टैलेंड को हायर किया है, जो जो कार्यबल क्षमताओं में तेजी से वृद्धि की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता और निवेश को दर्शाता है.”
वहीं नैसकॉम के मुताबिक भारत में बिजनेस प्रोसेस मैनेजमेंट (BPM) इंडस्ट्री 1.4 मिलियन यानी 14 लाख से ज्यादा लोगों (घरेलू और इन-हाउस को छोड़कर) को रोजगार देता है, न कि नौ मिलियन यानी 90 लाख जैसा कि बैंक ऑफ अमेरिका के एक अध्ययन के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है. आईटी-बीपीएम क्षेत्र ने मार्च 2021 तक कुल मिलाकर 4.5 मिलियन यानी 45 लाख लोगों को रोजगार दिया है
एक रिपोर्ट में IT सेक्टर में 30 लाख नौकरियां खत्म होने का किया गया था दावा
गौरतलब है कि हाल ही में एक रिपोर्ट आई थी जिसमें दावा किया गया था कि आटी कंपनियां आटोमेशन की ओर तेजी से बढ़ रही हैं और इस वजह से ये कंपनियां 2022 तक करीब 30 लाख नौकरियां खत्म करने की तैयारी में हैं. ऐसा करने से कंपनियों को 100 अरब डालर (7.3 लाख करोड़ रुपये) की बचत का दावा किया गया था. रिपोर्ट के मुताबिक टॉप 5 आईटी कंपनियां, टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो, एचसीएल, टेक महिंद्रा और कॉग्जिनेंट साल 2022 तक आटोमेशन की वजह से छंटनी करने की तैयारी मे है.