यादों में सरोज खान / छोटी बेटी सुकैना ने कहा, ‘वो मां और पिता दोनों का रोल निभाती थीं, मर्दों की तरह घर की सारी जिम्मेदारियां उठाईं’
3 जुलाई को बॉलीवुड की जानी-मानी कोरियोग्राफर सरोज खान का निधन हो गया। दिल का दौरा पड़ने की वजह से उन्होंने 71 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। सरोज खान की मौत से फिल्म इंडस्ट्री को तगड़ा झटका लगा। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में 41 साल काम किया था। इस दौरान सरोज जी ने अपनी जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव देखे। सरोज जी के सफर पर उनकी छोटी बेटी सुकैना ने एक इंटरव्यू में कई सारी बातें कही हैं।
बेटी ने किया मां को याद: अपनी मां को याद करते हुए बेटी सुकैना ने पिंकविला से बातचीत में कहा, ‘मेरी मां हीरो थीं। उनका मेरी जिंदगी पर सबसे ज्यादा प्रभाव था। वो मेरे लिए माता और पिता दोनों का रोल निभाती थीं। वह मुझपर सख्त तो नहीं थीं लेकिन मुझसे परफेक्शन की उम्मीद करती थीं।’
सुकैना आगे बोलीं, ‘मैं सबसे छोटी थी इसलिए उनका प्यार सबसे ज्यादा मिला। मेरी मां फाइटर थीं। 13 साल की उम्र से लेकर 71 साल तक उन्होंने हमें बेहतरीन जिंदगी देने के लिए सब कुछ किया। उन्होंने कभी कोई शिकायत नहीं की और घर के मर्द की तरह हर जिम्मेदारी उठाई।’
अकेले की बच्चों की परवरिश: सरोज जी की 13 साल की उम्र में शादी हो गई थी और 14 साल की उम्र में वह मां बन गई थीं। उनकी शादी ज्यादा नहीं चल पाई और फिर उन्होंने अकेले ही बच्चों की परवरिश की।
सुकैना ने इस बारे में कहा, ‘हर महिला इस बात से इत्तेफाक रखेगी कि बच्चों को अकेले बड़ा करना बहुत बड़ी चुनौती है। इसके साथ ही जब घर के बाकी सदस्य भी आप पर निर्भर हों तो मुश्किलें और बढ़ जाती हैं। लेकिन, मां के चेहरे पर एक शिकन तक नहीं आती थी। वह कहती थीं, मैं हूं ना। हो जाएगा। वह कभी भी कोई परेशानी आने पर घबराती नहीं थीं और ये नहीं कहती थीं कि मैं नहीं कर सकती। उन्होंने हमेशा हमें आगे ही बढ़ाया।’
रिकवर कर रही थीं सरोज: सुकैना ने सरोज जी की हेल्थ के बारे में बताते हुए कहा, उन्हें सांस लेने में तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। कल रात तक उनकी सेहत में सुधार भी हो रहा था लेकिन फिर डायबिटीज का स्तर काफी बढ़ गया। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की काफी कोशिश की लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा हो न सका।