हिट होगा जियोफोन नेक्स्ट:लोकल और ग्लोबल कंपनियां बोलीं- इस फोन से बाजार का विस्तार होगा; माइक्रोमैक्स, लावा जैसी कंपनियों को होगा नुकसान
रिलायंस जियो और गूगल ने मिलकर दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन जियोफोन नेक्स्ट लॉन्च कर दिया है। भारतीय बाजार में 4G नेटवर्क के चलते पहले से धांक जमा चुकी जियो को इस स्मार्टफोन से बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है। बाजार में मौजूद कई लोकल और ग्लोबल कंपनियों को भी लगता है कि जियोफोन नेक्स्ट से बाजार का विस्तार होगा।
कंपनी 7 हजार के सेगमेंट को 2 साल पहले छोड़ चुकीं
चीन की एक प्रमुख कंपनी के सीनियर का कहना है कि जियो किसी भी तरह के मोबाइल ब्रांड का नाम नहीं ले रहा है, वो सिर्फ ज्यादा से ज्यादा लोगों को 4G पर अपग्रेड कर रहा है। कॉम्पटिशन के चलते वे टेलीकॉम कंपनयों को वेब पर ले जा रहे हैं। लगभग सभी महत्वपूर्ण कंपनियों ने 7 हजार रुपए वाले सेगमेंट को 2 साल पहले ही छोड़ दिया था, क्योंकि ग्राहकों को बेहतर स्मार्टफोन के साथ बेहतर स्पेसफिकेशन की जरूरत थी। किसी ने ये नहीं सोचा था कि जियो पैसों की दम पर इस सेक्टर को हिला देगा। अब ज्यादा से ज्यादा लोग मोबाइल फोन पर आ रहे हैं। जियो इस समय लीड कर रहा है। ऐसे में जियोफोन नेक्स्ट बाजार को अपग्रेड करने का काम करेगा।
3 से 4 हजार वाला फोन मार्केट को बढ़ाएगा
शाओमी के मनु जैन का कहना है कि ब्रांड नाम अपग्रेड की संभावना पर विचार कर रहा है, जो डिपेंडेंस इंडस्ट्रीज के सस्ते 4G मोबाइल फोन को प्राप्त करने वाले बिल्कुल नए मोबाइल फोन के व्यक्तिगत आधार से होता है। हमारी कंपनी का मानना है कि 3,000 से 4,000 रुपए की लागत वाले किसी भी प्रकार का टूल्स केवल मोबाइल फोन के कुल बाजार को बढ़ाने की पेशकश करेगा। निश्चित रूप से किसी भी व्यक्ति से हिस्सेदारी लेने के बजाय कुल बाजार में योगदान देगा। डिपेंडेंस इंडस्ट्रीज भारत के 300 मिलियन (30 करोड़) 2G फीचर फोन ग्राहकों को टारगेट करने के लिए गूगल के साथ अल्ट्रा-अफोर्डेबल 4G स्मार्टफोन की बैंकिंग कर रही है।
अभी 2G यूजर्स 1200 रुपए तक का फोन यूज कर रहा
आईडीसी इंडिया में रिसर्च स्टडी सुपरवाइजर, कस्टमर इंस्ट्रूमेंट्स एंड IPDS, नवकेंद्र सिंह ने कहा कि यदि जियो का उद्देश्य 200 से 300 मिलियन (20 से 30 करोड़) फीचर फोन वाले यूजर्स तक पहुंचना चाहती है तब उसे जियोफोन नेक्स्ट की कीमत 3000 रुपए से कम रखना होगी। अभी यूजर फीचर फोन के लिए 1200 रुपए तक खर्च कर दिया है। हम यह अनुमान नहीं लगा सकते हैं कि वे 4000 से 6000 रुपए तक बढ़ाएंगे। अगर नया फोन 5,000 रुपये के बेस में रहता है, तो यह शुरुआती उद्देश्य को पूरा नहीं कर सकता है। फिर भी निश्चित रूप से सैमसंग, आईटेल और भारतीय कंपनियों पर असर पड़ेगा।
भारतीय ब्रांड पर भी होगा बुरा असर
COO के सीओओ और संस्थापक, नकुल कुमार का कहना है कि यदि स्मार्टफोन की कीमत 5 से 7 हजार रुपए भी कम हो जाएगी तब ग्राहकों का जाना तय है। जियो ने मौजूद वक्त में अपने फॉलोअर्स के लिए काफी कुछ डेवलप कर लिया है। जियो और गूगल का नया स्मार्टफोन कंज्यूमर को इस टूल की तरफ आकर्षित कर सकती है, क्योंकि इसकी पीछे कम कीमत है। उन्होंने दावा किया कि शाओमी, रियलमी, लावा और माइक्रोमैक्स जैसे ब्रांड को इस ब्रांड-नए मेड-इन-इंडिया कॉम्पिटिशन का सामना करना पड़ेगा। लावा और माइक्रोमैक्स जैसी भारतीय कंपनियां मार्केट में फिर से वापसी के साथ ग्राहकों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहे थे।