जिले के 18 बांध सूखे:अलवर में सिलीसेढ़, मंगलसर व मानसरोवर बांधों में ही पानी, कई दिनों से उमस भरी गर्मी, मानसून की बारिश का इंतजार

अलवर में मानसून का ब्रेसब्री से इंतजार है। पिछले कई दिनों से तेज उमस भरी गर्मी है। सुबह से ही तापमान बढ़ने से गर्मी से आमजन बेहाल है। लेकिन अभी तक मानसून की बारिश शुरू नहीं हो सकी है। हालांकि जून माह में बीच-बीच में कई बार बारिश होने से तीन बांधों में थोड़ा बहुत पानी बढ़ा है। इस समय जिले में केवल सिलीसेढ़, मंगलवर व मानसरोवर बांधों में ही पानी है। बाकी 18 बांध पूरी तरह सूखे हैं। उन सबको मानसून की बारिश का इंतजार है। जब मानसून दस्तक देगा तब इन बांधों में पानी की आवक हो सकेगी। ये बांध पानी से भरने पर ही भूजल स्तर बढ़ पाएगा।

सिलीसेढ़ व जयसमंद में पानी का इंतजार
अलवर के दो सबसे बड़े बांध सिलीसेढ़ व जयसमंद हैं। सिलीसेढ़ में भी पानी में केवल 14 फीट पानी है। जबकि जयसमंद तो पूरी तरह सूखा पड़ा है। सिलीसेढ़ बांध में जून माह में थोड़ा बहुत पानी आया है। लेकिन इस बांध में भी गाद का स्तर काफी बढ़ चुका है। इस कारण पानी काफी कम हो चुका है।
केवल 3 बांधों में पानी
सिलीसेढ़ 14 फीट 2 इंच
मंगलसर 10 फीट 10 इंच
मानसरोव 7 फीट 7 इंच
– ये 18 बांधे सूखे
जयसमंद, रामपुर थानागाजी, जयसागर थानागाजी, देवती राजगढ़, धमरेड़ राजग़ढ़, लक्ष्मणगढ़, बघेरी कोटकासिम, झिरोली तिजारा, खानपुर किशनगढ़बास, हरसोरा बानसूर, जैतपुर थानागाजी, बाबरिया बानसूर, सिलीबेरी अलवर, ढिगोता राजगढ़, तूसारी कठूमर, निम्बाहेड़ी तिजारा, साहरन खुर्द तिजारा, समर सरोवर थानागाजी।
42 डिग्री के आसपास पहुंच रहा तापमान
इस समय जिले में गर्मी का असर तेज है। बुधवार को सुबह नौ बजे के आसपास की तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया था। दिन में यह तापमान 42 डिगी सेल्सियस के आसपास जाने की संभावना है। उमस भरी गर्मी से आमजन बेहाल है। किसानों को भी बारिश का इंतजार है। बिन बारिश रबी की फसल की उम्मीद नहीं की जा सकती है।