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मानसून की बेरुखी:अभी 104.2 मिमी. बारिश जो पिछले साल से 13.1 मिमी कम, औसत से 4 मिमी ज्यादा, फिर भी गर्मी

16 जून को मानसून के सक्रिय होने के बाद भी इस बार अच्छी बारिश नहीं हो सकी। जून के महीने के आखिरी दिन तक बारिश का आंकड़ा 104.2 मिमी. तक ही पहुंच पाया है, जो पिछले साल से 13.1 मिमी कम है। कमजोर मानसून, धूप और बादलों की आवाजाही से तापमान में इजाफा हो रहा है।

लोगों को अभी कुछ दिन और गर्मी सहनी पड़ेगी। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जुलाई के पहले सप्ताह में भी यही स्थिति रहेगी। 7 जुलाई के बाद मौसम में बदलाव की संभावनाएं हैं। हालांकि बीच-बीच में खंड बारिश हो सकती है, जो लोकल वेदर सिस्टम से होगी।
पिछले साल से 13.1 मिमी. ही ज्यादा बारिश
अभी तक जिले में 104.2 मिमी कुल बारिश जून के आखिरी दिन तक दर्ज की गई, जो पिछले साल से 13.1 मिमी कम है। हालांकि 30 जून तक जिले में औसत बारिश 100 मिमी है, जो इस बार 4 मिमी अधिक है। इस बार जून के महीने में समय के पहले मानसून सक्रिय हो जाने के बाद भी अभी तक अच्छी बारिश नहीं हो पाई है। पिछले साल भी 30 जून तक बारिश का आंकड़ा 117.3 मिमी. था।

सामान्य से 50 ऊपर 400 पर पहुंचा दिन का पारा

बुधवार को दिन की शुरूआत तेज धूप के साथ हुई। इससे गर्मी के साथ उमस में भी इजाफा हो गया। मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार को अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री दर्ज किया गया है, जो सामान्य से 5 डिग्री ज्यादा रहा। न्यूनतम तापमान 29.2 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4 डिग्री ज्यादा रहा है। मौसम में सुबह की आर्द्रता 55% और शाम की 63% दर्ज की गई है। 24 घंटे में दिन का तापमान 0.3 डिग्री और रात के तापमान में 1.2 डिग्री वृद्धि हुई।

शुष्क पश्चिमी हवा के कारण इस सप्ताह स्थिर रहेगा तापमान
मौसम विभाग : दक्षिणी हवा का रुख बंगाल की खाड़ी की ओर है, जिसके कारण वहां बने लो-प्रेशर एरिया का असर मध्य क्षेत्र में नहीं हो रहा है। वहीं पश्चिम से जो हवा आ रही है, वह शुष्क है। इसकी वजह से तापमान इस सप्ताह स्थिर रहेगा।

ज्योतिष शास्त्र : इस महीने में सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में पहुंच जाएंगे। 8 दिन बाद पुन‌:वश नक्षत्र बन रहा है, जो अच्छी बारिश का संकेत है। इसे स्त्री-पुरुष नक्षत्र भी कहते हैं। जब भी यह नक्षत्र बनता है तो अच्छी बारिश होती है।

कमजोर मानसून के कारण 20% रकबे में ही किसानों ने की बोवनी
जिले में 2.31 लाख हेक्टेयर में बोवनी की जाना है। अभी तक 40 हजार हेक्टेयर में ही बोवनी की गई है। डीडीए एसके श्रीवास्तव का कहना है कि 15 से 20% रकबा में बोवनी हुई है। इस सप्ताह अधिकांश किसान बोवनी करेंगे। उधर, कृषि वैज्ञानिक डॉ. संजय सिंह का कहना है कि जहां ज्यादा बारिश हुई है।

उस ब्लॉक या स्थान के किसान खरीफ फसल की बोवनी कर सकते हैं। खेतों में नमी है। आने वाले दिनों में होने वाली बारिश फसल के लिए सहायक होगी। लेकिन अभी खंड बारिश की संभावनाएं हैं। अगर 10 दिन बारिश नहीं हुई तो फसलों की ग्रोथ नहीं होगी।

बरीघाट पानी से लबालब, बारिश लेट भी हुई तो नहीं होगा जलसंकट

बरीघाट बांध में इस समय 500 एमएलडी पानी है। ऊपरी हिस्सों में हुई बारिश का पानी बांध तक पहुंच गया है। ऐसे में अगर एक महीने भी बारिश प्रभावित होती है तो भी शहर में पेयजल संकट नहीं होगा। फिलहाल इन दिनों में शहर में दो दिन छोड़कर पेयजल की सप्लाई की जाती है।

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