ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के किसानों के लिए वरदान साबित होगा राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड का कार्यालय – केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर
ग्वालियर | 02-जुलाई-2021
राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय ग्वालियर-चंबल अंचल के किसानों के लिये बरदान साबित होगा। इसके जरिए बागवानी के लिए बड़ी आर्थिक मदद और प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे किसानों के जीवन में आमूल-चूल परिवर्तन आएगा और उनके लिए प्रगति के नए द्वार खुलेंगे। यह बात केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास, पंचायतीराज और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कही। श्री तोमर ने गुरूवार को ग्वालियर में राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री परषोत्तम रूपाला व श्री कैलाश चौधरी, प्रदेश के कृषि मंत्री श्री कमल पटेल इस कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से शामिल हुए।
यहाँ ग्वालियर व्यापार मेले के सामने कृषि परिसर में राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के इस क्षेत्रीय कार्यालय की स्थपना की गई है। कार्यालय के शुभारंभ अवसर पर ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह, सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर, जिला पंचायत की प्रशासकीय समिति की अध्यक्ष श्रीमती मनीषा यादव एवं भाजपा जिला अध्यक्ष श्री कमल माखीजानी बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थे। राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के प्रबंध निदेशक श्री राजवीर सिंह, प्रभारी कलेक्टर श्री शिवम वर्मा एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री किशोर कान्याल भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। भारत सरकार के कृषि सचिव श्री संजय अग्रवाल भी वर्चुअल रूप से इस कार्यक्रम से जुडे थे।
उत्तरप्रदेश व महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्यों के बाद मध्यप्रदेश अब ऐसा राज्य बन गया है जहाँ राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के दो कार्यालय हो गए हैं। ग्वालियर से पहले प्रदेश की राजधानी भोपाल में बागवानी बोर्ड का कार्यालय संचालित था। प्रदेश सरकार की माँग पर केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर ने ग्वालियर चंबल अंचल के किसानों को यह सौगात दी है। इस कार्यालय की स्थापना के लिए प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह विशेष रूप से प्रयासरत थे। उल्लेखनीय है कि जहाँ-जहाँ पर राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के कार्यालय हैं उस क्षेत्र के किसानों को बड़ा फायदा मिला है। इस कार्यालय के जरिए अनुदान व तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त कर किसानों ने बड़ी आमदनी अर्जित की है। ज्ञात हो बागवानी बोर्ड के कार्यालय के माध्यम से उद्यानिकी फसलों मसलन फल, सब्जी, कोल्ड स्टोरेज चैन, ग्रीन हाउस, नेट हाउस व मलचिंग खेती के लिए करोड़ों रूपए का अनुदान दिया जाता है।
केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि परंपरागत फसलों से किसानों की आमदनी ज्यादा नहीं बढ़ सकती। आमदनी बढ़ाने के लिए किसानों को हर्बल व फलों जैसी नगदी खेती अपनानी होगी। बागवानी फसलों के लिये भारत सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा ग्वालियर एवं चंबल अंचल के किसानों की समृद्धि के लिए इस क्षेत्र को भारत सरकार द्वारा बड़ी-बड़ी सौगातें दी गई हैं, जिसमें भारत और इजराइल के सहयोग से नूराबाद में निर्माणाधीन एक्सीलेंस सेंटर, ग्वालियर में राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय, मुरैना को शहद का हब बनाने के लिये अत्याधुनिक लैब और ग्वालियर में आलू के वृहद उत्पादन के लिए प्रस्तावित टिश्यू कल्चर लैब शामिल है।
इस अवसर पर श्री तोमर ने यह भी कहा कि सरकार ने एक लाख करोड़ का कृषि अधोसंरचना कोष बनाया है। जिससे मदद लेने के लिए कोई भी किसान अपना प्रोजेक्ट बनाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। ऑनलाइन प्राप्त होने वाले किसानों के प्रोजेक्ट को आर्थिक मदद देने के लिये सरकार द्वारा हर हफ्ते समीक्षा की जाती है। उन्होंने कहा भारत सरकार एफपीओ (कृषि उत्पादन संगठन) के जरिए 6 हजार 550 करोड़ रूपए खर्च करेगी। इससे किसानों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। एफपीओ के जरिए कृषकगण 300 किसानों का समूह बनाकर दो करोड़ रूपए तक का ऋण बिना गारंटी के और सस्ती दर पर प्राप्त कर सकेंगे। श्री तोमर ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेन्र्द मोदी की पहल पर सन् 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुना करने के लिए सरकार चौतरफा प्रयास कर रही है। जिसमें नए-नए मिशन व योजनायें, समर्थन मूल्य पर उपज खरीदने की दर डेढ़ गुनी करना, बड़े पैमाने पर किसान क्रेडिट कार्ड मुहैया कराना, किसान सम्मान निधि, फसल ऋण पर बड़ा अनुदान व एफपीओ का गठन इत्यादि सुविधायें शामिल हैं।
सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड का कार्यालय ग्वालियर-चंबल अंचल के लिये बहुत बड़ी सौगात है। इस केन्द्र की मदद लेकर किसान बागवानी अपनायेंगे, जिससे कृषि लाभ का सौदा बनेगी। साथ ही यह केन्द्र ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की बेरोजगारी दूर करने में महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।
उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि ग्वालियर-चंबल अंचल के किसानों को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने में राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड का कार्यालय महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा। उन्होंने ग्वालियर में यह कार्यालय खोलने के लिये केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर के प्रति विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। साथ ही कहा बागवानी बोर्ड की योजनाओं का लाभ उठाकर किसान अपनी आमदनी को दोगुनी कर सकते हैं। इससे किसान सब्जी, फूल, कोल्ड स्टोर, चैन इत्यादि के लिये अनुदान प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही फूड प्रोसेसिंग इकाईयां भी स्थापित की जा सकेंगीं।
केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर सहित अन्य अतिथियों ने फीता काटकर एवं पट्टिका का अनावरण कर राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के कार्यालय का विधिवत शुभारंभ किया। अतिथियों द्वारा इस अवसर पर प्रदेश सरकार के किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के अंतर्गत परियोजना संचालक “आत्मा” के कार्यालय भवन का लोकार्पण भी किया गया।
यहाँ ग्वालियर व्यापार मेले के सामने कृषि परिसर में राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के इस क्षेत्रीय कार्यालय की स्थपना की गई है। कार्यालय के शुभारंभ अवसर पर ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह, सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर, जिला पंचायत की प्रशासकीय समिति की अध्यक्ष श्रीमती मनीषा यादव एवं भाजपा जिला अध्यक्ष श्री कमल माखीजानी बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थे। राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के प्रबंध निदेशक श्री राजवीर सिंह, प्रभारी कलेक्टर श्री शिवम वर्मा एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री किशोर कान्याल भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। भारत सरकार के कृषि सचिव श्री संजय अग्रवाल भी वर्चुअल रूप से इस कार्यक्रम से जुडे थे।
उत्तरप्रदेश व महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्यों के बाद मध्यप्रदेश अब ऐसा राज्य बन गया है जहाँ राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के दो कार्यालय हो गए हैं। ग्वालियर से पहले प्रदेश की राजधानी भोपाल में बागवानी बोर्ड का कार्यालय संचालित था। प्रदेश सरकार की माँग पर केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर ने ग्वालियर चंबल अंचल के किसानों को यह सौगात दी है। इस कार्यालय की स्थापना के लिए प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह विशेष रूप से प्रयासरत थे। उल्लेखनीय है कि जहाँ-जहाँ पर राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के कार्यालय हैं उस क्षेत्र के किसानों को बड़ा फायदा मिला है। इस कार्यालय के जरिए अनुदान व तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त कर किसानों ने बड़ी आमदनी अर्जित की है। ज्ञात हो बागवानी बोर्ड के कार्यालय के माध्यम से उद्यानिकी फसलों मसलन फल, सब्जी, कोल्ड स्टोरेज चैन, ग्रीन हाउस, नेट हाउस व मलचिंग खेती के लिए करोड़ों रूपए का अनुदान दिया जाता है।
केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि परंपरागत फसलों से किसानों की आमदनी ज्यादा नहीं बढ़ सकती। आमदनी बढ़ाने के लिए किसानों को हर्बल व फलों जैसी नगदी खेती अपनानी होगी। बागवानी फसलों के लिये भारत सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा ग्वालियर एवं चंबल अंचल के किसानों की समृद्धि के लिए इस क्षेत्र को भारत सरकार द्वारा बड़ी-बड़ी सौगातें दी गई हैं, जिसमें भारत और इजराइल के सहयोग से नूराबाद में निर्माणाधीन एक्सीलेंस सेंटर, ग्वालियर में राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय, मुरैना को शहद का हब बनाने के लिये अत्याधुनिक लैब और ग्वालियर में आलू के वृहद उत्पादन के लिए प्रस्तावित टिश्यू कल्चर लैब शामिल है।
इस अवसर पर श्री तोमर ने यह भी कहा कि सरकार ने एक लाख करोड़ का कृषि अधोसंरचना कोष बनाया है। जिससे मदद लेने के लिए कोई भी किसान अपना प्रोजेक्ट बनाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। ऑनलाइन प्राप्त होने वाले किसानों के प्रोजेक्ट को आर्थिक मदद देने के लिये सरकार द्वारा हर हफ्ते समीक्षा की जाती है। उन्होंने कहा भारत सरकार एफपीओ (कृषि उत्पादन संगठन) के जरिए 6 हजार 550 करोड़ रूपए खर्च करेगी। इससे किसानों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। एफपीओ के जरिए कृषकगण 300 किसानों का समूह बनाकर दो करोड़ रूपए तक का ऋण बिना गारंटी के और सस्ती दर पर प्राप्त कर सकेंगे। श्री तोमर ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेन्र्द मोदी की पहल पर सन् 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुना करने के लिए सरकार चौतरफा प्रयास कर रही है। जिसमें नए-नए मिशन व योजनायें, समर्थन मूल्य पर उपज खरीदने की दर डेढ़ गुनी करना, बड़े पैमाने पर किसान क्रेडिट कार्ड मुहैया कराना, किसान सम्मान निधि, फसल ऋण पर बड़ा अनुदान व एफपीओ का गठन इत्यादि सुविधायें शामिल हैं।
सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड का कार्यालय ग्वालियर-चंबल अंचल के लिये बहुत बड़ी सौगात है। इस केन्द्र की मदद लेकर किसान बागवानी अपनायेंगे, जिससे कृषि लाभ का सौदा बनेगी। साथ ही यह केन्द्र ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की बेरोजगारी दूर करने में महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।
उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि ग्वालियर-चंबल अंचल के किसानों को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने में राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड का कार्यालय महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा। उन्होंने ग्वालियर में यह कार्यालय खोलने के लिये केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर के प्रति विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। साथ ही कहा बागवानी बोर्ड की योजनाओं का लाभ उठाकर किसान अपनी आमदनी को दोगुनी कर सकते हैं। इससे किसान सब्जी, फूल, कोल्ड स्टोर, चैन इत्यादि के लिये अनुदान प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही फूड प्रोसेसिंग इकाईयां भी स्थापित की जा सकेंगीं।
केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर सहित अन्य अतिथियों ने फीता काटकर एवं पट्टिका का अनावरण कर राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के कार्यालय का विधिवत शुभारंभ किया। अतिथियों द्वारा इस अवसर पर प्रदेश सरकार के किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के अंतर्गत परियोजना संचालक “आत्मा” के कार्यालय भवन का लोकार्पण भी किया गया।