विधानसभा की कमेटियों में पायलट समर्थकों को तवज्जो:हेमाराम चौधरी का इस्तीफा मंजूर नहीं होगा,हेमाराम को राजकीय उपक्रम समिति का सभापति बनाया,तीन पायलट समर्थक विधायक कमेटियों के सभापति,सदाचार कमेटी में खुद पायलट और दो समर्थक

प्रदेश में जारी सियासी खींचतान के बीच विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने विधानसभा की 19 कमेटियों का पुनर्गठन किया है। विधानसभा की समितियों के पुनर्गठन में कई सियासी संकेत भी छिपे हैं, सचिन पायलट और उनके समर्थकों को समितियों में तवज्जो दी गई है। सचिन पायलट समर्थक विधायक हेमाराम चौधरी का इस्तीफा मंजूर होने के अब आसार नहीं हैं, हेमाराम को विधानसभा की राजकीय उपक्रम समिति का सभापति बनाया है। बताया जाता है कि अगर स्पीकर उनका इस्तीफा मंजूर करते तो विधानसभा समिति का सभापति नहीं बनाते।
हेमाराम ने 18 मई को ई मेल और डाक से इस्तीफा भेजा था। स्पीकर ने लॉकडाउन खत्म होने के बाद उन्हें सात दिन में समय लेकर पेश होने को कहा था। पिछले दिनों हेमाराम जयुपर आए लेकिन विधानसभा सचिवालय ने अभी मोडिफाइड लॉकडाउन होने का तर्क देकर लॉकडाउन पूरी तरह खत्म होने के बाद ही आने को कहा था। इसी बीच हेमाराम को विधानसभा की राजकीय उपक्रम समिति का सभापति बना दिया है।
विधानसभा की कमेटियों में पायलट समर्थकों को तवज्जो, सदाचार कमेटी की सबसे ज्यादा चर्चा
विधानसभा की कमेटियों में सचिन पायलट समर्थकों पर्याप्त तव्वजो मिली है। विधानसभा की सदाचार समिति एथिक्स कमेटी और राजकीय उपक्रम समिति सबसे ज्यादा चर्चा में है। विधानसभा की 9 सदस्यों की सदाचार समिति एथिक्स कमेटी में पायलट समर्थक दीपेंद्र सिंह सभापति हैं। इस कमेटी में सचिन पायलट, रमेश मीणा और विश्वेंद्र सिंह सदस्य हैं, विश्वेंद्र सिंह हालांक खेमा बदल चुके हैं।
तीन पायलट समर्थक विधायक विधानसभा कमेटियों के सभापति
पायलट समर्थक तीन विधायकों को विधानसभा की तीन कमेटियों का सभापति बनाया है। हेमाराम चौधरी को राजकीय उपक्रम समिति, दीपेंद्र सिंह शेखावत को सदाचार समिति और बृजेंद्र सिंह ओला को प्रश्न व संदर्भ समिति का सभापति बनाया है।
5 पायलट समर्थक विधायक दो-दो समितियों में मेंबर
मुरारीलाल मीणा को जनलेखा समिति और सरकारी आश्वासनों संबंधी समिति सदस्य बनाया है। वेद प्रकाश सोलंकी को विशेषाधिकार समिति और अधीनस्थ विधान समिति, राकेश पारीक को नियम समिति, पर्यावरण संबंधी समिति में सदस्य बनाया। रामनिवास गावड़िया को पुस्तकालय समिति और पिछड़े वर्ग के कल्याण संबंधी समिति में लिया है। जीआर खटाणा को याचिका समिति और पिछड़े वर्ग के कल्याण संबंधी समिति में लिया है।
इन 4 पायलट समर्थक विधायकों को भी कमेटियों मेंं जगह
हरीश मीणा को एस्टीमेट कमेटी ए में, इंद्राज सिंह गुर्जर को सरकारी आश्वासनों संबंधी समिति में सदस्य बनाया है। अमर सिंह जाटव को एससी कल्याण समिति का सदस्य बनाया है। वीरेंद्र सिंह को राजकीय उपक्रम समिति का सदस्य बनाया है।