भोपाल में सिटी बस में सफर करना पड़ेगा महंगा!:एक साल में डीजल के रेट 17 रुपए बढ़े इसलिए बस किराया 20% बढ़ाने का प्रस्ताव; परिवहन विभाग से मंजूरी मिलते ही लागू होगा

भोपाल में सिटी बसों में सफर करना महंगा होने वाला है। भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड (बीसीएलएल) ने 20% किराया बढ़ाने का प्रस्ताव क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को भेजा है। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो बसों में सफर करने वालों को ज्यादा कीमत चुकाना पड़ेगी। किराया बढ़ाने के पीछे बीसीएलएल ने तर्क दिया है कि 1 साल में डीजल 17 रुपए प्रति लीटर तक महंगा हो गया है। ऐसे में बीसीएलएल को नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसलिए किराया बढ़ाया जाना जरूरी है।
भोपाल में करीब 23 रूट पर 250 सिटी बसें चलाई जाती है। चूंकि अप्रैल और मई में कोरोना कर्फ्यू लागू था। इसलिए 2 महीने तक सिटी बसों का संचालन बंद रहा था। जिन्हें 2 जून से विभिन्न रूटों पर दौड़ाया जा रहा है। अभी 10 रूट पर 72 बसें चलाई जा रही हैं। इन बसों के किराया वृद्धि का प्रस्ताव परिवहन विभाग को भेजा गया है।
अभी इन रूटों पर चल रही बसें
गांधी नगर से चिचली बैरागढ़, अवधपुरी से एमपी नगर, न्यू मार्केट, सलैया से भैंसाखेड़ी, गांधी नगर से मंडीदीप, अवधपुरी से भैंसाखेड़ी, करोंद से बैरागढ़ चीचली, भैंसाखेड़ी से बैरागढ़ चीचली आदि।
अफसरों का तर्क- पिछले साल नहीं बढ़ा था किराया
किराया बढ़ाने के प्रस्ताव को लेकर बीसीएलएल अफसरों का तर्क है कि वर्ष 2019-20 में सिटी बसों किराए में 20% की वृद्धि की गई थी। पिछले साल कोरोना की वजह से किराया नहीं बढ़ाया गया। इस दौरान डीजल की कीमत लगातार बढ़ रही है। जुलाई 2020 में एक लीटर डीजल की कीमत 81 रुपए थी, जबकि अब 98 रुपए के पार पहुंच गया है। इसलिए 20% वृद्धि करने का प्रस्ताव फिर दिया है।
ऐसे समझे किराए का गणित
बैरागढ़ से एमपी नगर तक यदि आप सिटी बस में सफर करते हैं तो अभी उसका प्रति सवारी किराया 20 रुपए चुकाना पड़ेगा। इसमें 20% की बढ़ोतरी होती है तो 5 रुपए बढ़ जाएंगे और किराया 25 रुपए हो जाएगा।
जनता पर दोहरी मार
पिछले 1 साल से पेट्रोल-डीजल के भाव में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जुलाई 2020 में पेट्रोल 88.30 रुपए एवं डीजल के भाव 81.30 रुपए प्रति लीटर थे, जबकि जुलाई 2021 में पेट्रोल 108.35 एवं डीजल 98.14 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है। यानी एक लीटर पेट्रोल पर 20.05 रुपए एवं डीजल पर 16.84 रुपए प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी हुई है। इस कारण तो आम लोगों की कमर टूट ही रही है। ऊपर से बसों का किराया बढ़ता है तो उन पर दोहरी मार पड़ेगी।
प्रस्ताव भेजा गया
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को एवरेज 20% तक किराया बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया है। डीजल की कीमत बढ़ने के कारण यह प्रस्ताव दिया गया है। आखिरी बार 2019-20 में ही किराया बढ़ाया गया था।
– संजय सोनी, पीआरओ बीसीएलएल