बिजली की मांग:मानसून सक्रिय नहीं होने से बिजली की खपत एक करोड़ यूनिट के पार
शहर में 7 जुलाई को बिजली की मांग 24 घंटों में 1 करोड़ डेढ़ लाख यूनिट दर्ज की गई। यह मांग पिछले वर्ष समान दिवस की तुलना में 23 फीसदी ज्यादा है। पिछले वर्ष 7 जुलाई को 82 लाख यूनिट मांग थी। अधीक्षण यंत्री कामेश श्रीवास्तव ने बताया शहर में गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति की जा रही है। उपभोक्ताओं को जरूरी कार्य व मेंटेनेंस के संबंध में सूचना वाट्सएप, सोशल मीडिया, समाचार पत्र, एसएमएस के माध्यम से दी जाती है।
बंद नहीं हुए कूलर और एसी-गर्मी के दिनों जैसी बिजली की मांग रहने का प्रमुख कारण मानसून सक्रिय नहीं होना है। तापमान सामान्य से ज्यादा रिकॉर्ड हो रहा। घर से लेकर दफ्तर, दुकान और ऑफिस में कूलर, एसी, पंखे अभी भी चल रहे हैं।
एप आधारित बिजली सेवा के लिए 2000 ने ली ट्रेनिंग
उपभोक्ता सेवाओं को हाईटेक करते हुए एप आधारित व्यवस्था लागू की गई है। इससे सेवा में लगने वाला समय घट रहा है। सेवाएं देने के विभिन्न चरणों की ऑनलाइन मानिटरिंग हो रही है। कॉल सेंटर को अत्याधुनिक स्वरूप दिया गया है। उपभोक्ता सेवा, सुविधा के लिए एप बनाकर ऑनलाइन ट्रेनिंग दी गई।
चार दिनों में कंपनी के 434 जोन/वितरण केंद्र, डिविजन, सर्कल ऑफिस से जुड़े 2000 कर्मचारियों, इंजीनियरों एवं स्थानीय अधिकारियों ने ट्रेनिंग में हिस्सा लिया। उपभोक्ता सेवा गतिविधियों के आधार पर दी गई ट्रेनिंग में प्रश्नोत्तरी के माध्यम से भी जिज्ञासाओं का समाधान किया गया।