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सुलक्षणा पंडित का 67वां जन्मदिन:संजीव कुमार से एकतरफा प्यार करती थीं सुलक्षणा पंडित, एक्टर ने ठुकरा था मैरिज प्रपोजल तो ताउम्र किसी और से नहीं की शादी

एक्ट्रेस सुलक्षणा पंडित आज अपना 67वां बर्थडे (12 जुलाई) सेलिब्रेट कर रही हैं। कई हिट गाने गा चुकीं और फिल्मों में काम कर चुकीं 70 से 80 के दशक की सिंगर और एक्ट्रेस सुलक्षणा पंडित को फिल्म इंडस्ट्री तकरीबन भूल चुकी है। हालांकि, ऐसी ही कुछ हालत सुलक्षणा की भी है। उनकी हालत इतनी खराब है कि वे किसी को पहचान नहीं पाती है।

दरअसल, सुलक्षणा की ये हालत एक एक्टर के प्यार में पड़ जाने की वजह से हुई है। ये एक्टर और कोई नहीं बल्कि संजीव कुमार है, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। सुलक्षणा, संजीव से बेहद प्यार करती थीं, हालांकि ये प्यार एकतरफा था क्योंकि संजीव ने उनसे कभी प्यार नहीं किया था। बता दें कि सुलक्षणा ने विनोद खन्ना, जितेंद्र, राजेश खन्ना, ऋषि कपूर जैसे सुपरस्टार्स के साथ स्क्रीन शेयर की थी।

मानसिक संतुलन खो बैठी थीं सुलक्षणा

खबरों की मानें तो सुलक्षणा की हालत लंबे समय से एक जैसी ही बनी हुई है। उनकी हालत इतनी खराब है कि वो अपनों को भी नहीं पहचान पाती हैं। सुलक्षणा की छोटी बहन एक्ट्रेस विजयेता पंडित ने कुछ साल पहले दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि दीदी की हालत को देखकर 2006 में वे उन्हें अपने घर ले आईं थीं।

– उन्होंने बताया था कि वे एक कमरे में रहती और किसी से मिलती-जुलती भी नहीं थी। एक बार बाथरूम में गिर जाने की वजह से उनकी हिप बोन टूट गई थी। चार बार सर्जरी हुई फिर भी वे ठीक से चल भी नहीं पाती हैं।

खुद को की थी मारने की कोशिश

अपना प्यार न मिल पाने के कारण सुलक्षणा धीरे-धीरे डिप्रेशन में चली गईं थी। वे इस कदर टूट गई थीं कि उन्होंने खुदकुशी की कोशिश भी की थी। इसका खुलासा सुलक्षणा ने खुद 1999 में दिए एक इंटरव्यू में किया था। उन्होंने इंटरव्यू में कहा था, ‘संजीव जी के चले जाने के बाद मैं डिप्रेशन में चली गई। मैंने लगभग खुद को खत्म ही कर लिया था। लेकिन भगवान की मर्जी थी कि मैं बच गई और आज भी मैं अपनी जिंदगी जी रही हूं। हालांकि मैं अभी भी उस सदमे से उबरी नहीं हूं’।

9 साल की उम्र में शुरू किया था गाना

बता दें कि सुलक्षणा ने मात्र 9 साल की उम्र में गाना शुरू कर दिया था। शुरुआत में वे स्टेज शो करती थीं। फिल्मों में सुलक्षणा का सिंगिंग करियर ‘तकदीर’ से शुरू हुआ। इस फिल्म में उन्होंने लता मंगेशकर के साथ ‘सात संमदर पार से..’ गाना गाया था। उन्हें 1976 में फिल्म ‘संकल्प’ के गाने ‘तू सागर है…’ के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था। उन्होंने कई फिल्मों के लिए गाने गाए हैं। उन्होंने कई फिल्मों में भी एक्टिंग भी की है।

इन फिल्मों में किया काम

उन्होंने अपने एक्टिंग सफर की शुरुआत 1975 में फिल्म ‘उलझन’ से की थी। इसके अलावा उन्होंने ‘हेरा फेरी’, ‘शंकर शंभू’, ‘अपनापन’, ‘कसम खून की’, ‘अमर शक्ति’, ‘खानदान’, ‘गंगा और सूरज’, ‘चेहरे पे चेहरा’, ‘राज’, ‘धरमकांटा’, ‘वक्त की दीवार’, ‘काला सूरज’ जैसी फिल्मों में काम किया है। वे आखिरी बार 1988 में आई फिल्म ‘दो वक्त की रोटी’ में नजर आईं थीं।

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