तीसरी बार ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई किया; रानी की कप्तानी में मेडल की दावेदार है भारतीय टीम
भारतीय महिला हॉकी टीम ने ओलिंपिक इतिहास में तीसरी बार क्वालिफाई किया है। भारतीय महिला टीम ने 1980 में पहली बार ओलिंपिक खेला था। तब मॉस्को गेम्स में टीम चौथे नंबर पर रही थी। इसके 36 साल बाद टीम को 2016 रियो ओलिंपिक में मौका मिला। इस बार टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी। तब टीम छठे नंबर पर रही थी।
हालांकि, अब रानी की कप्तानी में टीम के टोक्यो ओलिंपिक में मेडल जीतने की पूरी उम्मीद है। टीम ने पिछले कुछ सालों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं। इस दौरान टीम ने एशिया कप 2017 में गोल्ड, एशियन गेम्स 2018 में सिल्वर, एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2018 में सिल्वर और FIH सीरीज फाइनल 2019 में जीत हासिल की है।
टीम ने फिटनेस और पेनाल्टी कॉर्नर पर किया है काम
महिला टीम बेंगलुरु स्थित स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के रीजनल सेंटर पर ही ओलिंपिक की तैयारी कर रही है। कप्तान रानी ने बताया कि इस बार टीम ने फिटनेस पर ज्यादा फोकस किया है, ताकि दूसरी टीमों से कॉम्पिटिशन कर सकें। क्योंकि अब गेम ज्यादा फास्ट हो चुका है। ऐसे में फिटनेस का महत्वपूर्ण रोल है।
वहीं, पेनाल्टी कॉर्नर पर भी काम किया कि कैसे ज्यादा से ज्यादा पेनाल्टी कॉर्नर बनाए जा सकें। साथ ही गेम पर कंट्रोल करने को लेकर फोकस किया, ताकि ज्यादा से ज्यादा समय तक बॉल टीम के पास रहे।
टीम ने तैयारी को धार देने के लिए विदेशी टूर पर भी किया फोकस
टीम को कॉम्पिटिशन मिले और ओलिंपिक से पहले बड़ी टीमों के साथ खेलने का अनुभव मिले, इसके लिए टीम ने जनवरी में अर्जेंटीना और जर्मनी के टूर पर फोकस किया था। टीम का शानदार प्रदर्शन रहा।
रानी ने बताया कि ओलिंपिक से पहले विदेशी टूर पर जाने का फायदा यह हुआ कि टीम को पता चल सका कि कहां कमी है। दौरे में यह सामने आया कि टीम काफी ज्यादा चांस क्रिएट कर रही है, लेकिन इसको गोल में तब्दील करने में हम सफल नहीं हो पाए। ऐसे में वहां से आने के बाद हमने इस पर काम किया, ताकि मिले मौके को हम गोल में तब्दील कर सकें।
आठ नए खिलाड़ियों को टीम में किया गया है शामिल
टोक्यो ओलिंपिक के 16 सदस्यीय टीम में आठ युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है। जो पहली बार ओलिंपिक में खेलेंगे। इन खिलाड़ियों में गुरजीत कौर, उदिता, निशा, नेहा, नवनीत कौर, शर्मिला देवी, लालरेम्सियामी और सलीमा टेटे का नाम शामिल है।
एशियन गेम्स में भारत ने इकलौता गोल्ड मेडल 1982 में जीता
भारतीय महिला टीम ने एशियन गेम्स में अब तक 6 मेडल जीते हैं। टीम ने एक गोल्ड सहित 2 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। भारतीय टीम ने इकलौता गोल्ड 1982 के एशियन गेम्स में जीता है। वहीं 1998 और 2018 में सिल्वर और 1986 में ब्रॉन्ज, 2006 में ब्रॉन्ज और 2014 में ब्रॉन्ज मेडल जीते।