सफर पटरी पर:75 प्रतिशत ट्रेनें फिर चलने लगीं, एसी श्रेणी की सीटें भी 80 फीसदी तक फुल
ट्रेनों की वातानुकूलित कोच (एसी श्रेणी) में अब 80 फीसदी यात्रियों ने सफर शुरू कर दिया है। कोरोना महामारी का संक्रमण कम होने के बाद एसी श्रेणी में सफर करने वालों की संख्या बढ़ रही है। कोरोना से पहले सामान्य दिनों में 94 फीसदी से ज्यादा यात्री एसी श्रेणी में सफर करते थे।
अभी कुल ट्रेनों में से 75 फीसदी का ही संचालन हो रहा हैं। एसी श्रेणी में फिलहाल उतनी संख्या में यात्री सफर नहीं कर रहे हैं, जितने कोरोना संक्रमण के पहले करते रहे हैं। रेल मामलों के जानकार मुकेश अवस्थी का कहना है कि कोरोना के चलते ट्रेनें प्रभावित हुईं थीं। संक्रमण के खतरे के चलते एसी श्रेणी में सफर करने वालों की संख्या में कमी आई थी, जो अब सामान्य हो रही है।
156 जोड़ी ट्रेनें चलती थीं कोरोना से पहले
यदि भोपाल से चलने और यहां से गुजरने वाली ट्रेनों की संख्या देखें, तो कोरोना से पहले वीकली आदि मिलाकर 156 जोड़ी ट्रेनें चलती रही हैं। वर्तमान में यह संख्या 108 जोड़ी है। यानी यह संख्या भी करीब 75 फीसदी है। हालांकि स्लीपर श्रेणी में अब 85 फीसदी से ज्यादा यात्री सफर कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक कोरोना से पहले इस आंकड़े का प्रतिशत 96 तक रहा है। कोरोना काल में अन रिजर्व कोच को रिजर्व बनाकर तैयार की गई सेकंड सिटिंग श्रेणी में 96 फीसदी यात्री सफर कर रहे हैं। हालांकि जब यह श्रेणी अन रिजर्व होती थी, तब 100 फीसदी यात्री इसमें सफर करते थे।
इस तरह रही यात्री संख्या
भोपाल स्टेशन पर जून के महीने में 26,637 और हबीबगंज से 16,641 यात्री टिकट बुक हुए थे। इस तरह 43,278 यात्रियों ने भोपाल व हबीबगंज स्टेशन से बुकिंग की। यदि कोरोना के पहले के जनवरी 2020 के आंकड़े देखें, तो 42,500 यात्रियों ने भोपाल स्टेशन से और 23,750 यात्रियों ने हबीबगंज स्टेशन से टिकट बुक किए थे। इस तरह देखा जाए, तो कोरोना के चलते भोपाल स्टेशन से 16 हजार से ज्यादा यात्री कम हो चुके हैं। वहीं, हबीबगंज से यह संख्या 7 हजार से ज्यादा यात्रियों की कमी की रही है।