फर्जी पायलटों ने कराई फजीहत / अब अमेरिका ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स की फ्लाटइट्स पर बैन लगाया, यूरोपियन यूनियन के अलावा 8 देश पहले ही रोक लगा चुके हैं
वॉशिंगटन. फर्जी पायलटों के मुद्दे पर अब अमेरिका ने भी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स (पीआईए) पर कार्रवाई की है। अमेरिका के ट्रांसपोर्टेशन विभाग ने कहा- पाकिस्तान के पायलटों के लाइसेंस और सर्टिफिकेट को लेकर फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने चिंता जाहिर की थी। हमने पीआईए से अमेरिका में चार्टर प्लेन्स ऑपरेट करने की परमिशन वापस ले ली है। अमेरिका में पीआईए की चार्टर सेवाओं का परमिट अब रद्द कर दिया गया है।
कुवैत, ईरान, जॉर्डन और यूएई जैसे मुस्लिम देश पहले ही पीआईए और पाकिस्तानी पायलटों को बैन कर चुके हैं। इसके बाद वियतनाम, ब्रिटेन और मलेशिया ने भी यही फैसला किया। इसके साथ ही यूरोपीय यूनियन सेफ्टी एजेंसी (ईएएसए) ने अपने 32 मेंबर देशों से कहा है कि वो फौरन पाकिस्तान के पायलटों पर बैन लगाएं।
34 पायलट्स की नौकरी गई
पाकिस्तान ने 34 पायलटों के लाइसेंस की जांच पूरी करने के बाद इन्हें बर्खास्त कर दिया है। इन सभी के लाइसेंस संदिग्ध पाए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नौकरी से हटाए गए पायलटों में दो महिला पायलट भी शामिल हैं। एविएशन मिनिस्ट्री ने कहा- यह मामला सामने आने के बाद हमारी साख खतरे में है। पाकिस्तान की इस सरकारी एयरलाइन्स में कुल 850 पायलट हैं। इनमें से 262 के उड़ान भरने पर रोक लगाई जा चुकी है। इन सभी के लाइसेंस, फ्लाय ओके सर्टिफिकेट और डिग्रियों की जांच की जा रही है।
कैसे सामने आया फर्जीवाड़ा
22 मई को कराची में पीआईए का प्लेन क्रैश हुआ। 25 जून को इसकी जांच रिपोर्ट संसद में पेश हुई। एविएशन मिनिस्टर ने कहा- हादसा पायलट्स की गलती से हुआ। वो कोरोना पर चर्चा में मशगूल थे। दिवालिया होने की कगार पर खड़ी पीआईए की मुश्कलें अब बढ़ती जा रही हैं। गुरुवार को संसद में विपक्ष ने एविएशन मिनिस्टर गुलाम सरवर खान के उस कबूलनामे पर सवाल उठाए जिसमें उन्होंने देश में 40% पायलट फर्जी होने की बात कही थी। विपक्ष का कहना है कि खान ने देश की साख को मिट्टी में मिला दिया।