प्रदेश को सौगात:सीएम ने 11 महाविद्यालय भवनों का किया लोकार्पण, प्रदेश में खुलेंगे 123 नए कॉलेज
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 11 नवनिर्मित महाविद्यालय भवनों लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि जिन राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 12वीं कक्षा में 500 से अधिक छात्राएं अध्ययनरत हैं, उन्हें बालिका महाविद्यालय में क्रमोन्नत करने की बजट में घोषणा है। गहलोत बोले कि प्रदेश में 123 नए कॉलेज भी खोले जाएंगे।
वर्चुअल माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में गहलोत ने करीब 45 करोड़ की लागत से नवनिर्मित 11 महाविद्यालय भवनों का लोकार्पण एवं करीब 12 करोड़ 67 लाख की लागत के दो महाविद्यालय भवनों का शिलान्यास किया।
उन्होंने कहा कि जिन कस्बों अथवा गांव की आबादी 5 हजार से अधिक है, वहां अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूल खोले जाएंगे। इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी अब निजी स्कूलों के बच्चों से प्रतिस्पर्धा कर पाएंगे। गहलाेत ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने आज़ाद भारत को अपने पैरों पर खड़ा करने और देश के नवनिर्माण एवं विकास का सपना पूरा करने के लिए दूर दृष्टि के साथ फैसले किए।
उन्होंने एम्स, आईआईटी, इसरो, भाभा एटोमिक रिसर्च सेन्टर जैसे प्रतिष्ठित संस्थान स्थापित किए। आज देश में कई प्रतिष्ठित उच्च शिक्षा संस्थानों का जाल बिछ गया है।
प्रदेश में भी कई विश्वस्तरीय संस्थान स्थापित हुए हैं। गहलोत बोले कि जोधपुर में एम्स, आईआईटी, लॉ यूनिवर्सिटी, उदयपुर में आईआईएम तथा कोटा में ट्रिपल आईटी खुलने से हमारे युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए अब बाहर नहीं जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने देश को 21वीं सदी में ले जाने से पहले कम्प्यूटर क्रांति की शुरूआत की थी। संविधान संशोधन के माध्यम से उन्होंने निचले स्तर तक महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी बढ़ाया।
पहले राजस्थान महिला शिक्षा में काफी पीछे था
गहलोत ने कहा कि पहले प्रदेश शिक्षा में खास तौर पर महिला शिक्षा के क्षेत्र में काफी पीछे था। आज राजस्थान सभी क्षेत्रों में प्रगति के पथ पर अग्रसर है। यहां शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हो रहे हैं। प्रदेश के 30 जिलों में मेडिकल कॉलेज स्वीकृत हो चुके हैं और इनमें से कई मेडिकल कॉलेजों में कोर्स शुरू हो चुके हैं। मेडिकल कॉलेज खुलने से जिला स्तर पर विशेषज्ञ चिकित्सकों की सुविधाएं आमजन को मिलेंगी और यहां से निकले चिकित्सक सीएचसी-पीएचसी तक उपलब्ध होंगे।