20 दिन बाद भी पदों पर उत्तराखंड कांग्रेस की उलझन बरकरार, जल्द फैसला आने की अम्मीद
देहरादून। उत्तराखंड में कांग्रेस विधायक दल के नए नेता और प्रदेश अध्यक्ष पद पर बदलाव को लेकर फैसला पंजाब प्रकरण के निपटारे के बाद ही होने की संभावना जताई जा रही है। दिल्ली में गुरुवार देर शाम पूर्व मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत कहा कि उनकी मुलाकात उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव के संबंध में हुई है। उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को लेकर फैसला जल्द होगा। यह फैसला पार्टी हाईकमान को लेना है।
प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष के रिक्त पद पर चयन के साथ ही अध्यक्ष पद पर भी बदलाव की बात कही जा रही है। इस मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी प्रदेश के नेताओं से फीडबैक ले चुके हैं। हालांकि 20 दिन गुजरने के बाद भी पार्टी इस मुद्दे को सुलझा नहीं सकी है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक हाईकमान पंजाब में पार्टी के विवाद को निपटाने में व्यस्त है। पंजाब पर फैसला होते ही उत्तराखंड को लेकर भी स्थिति साफ होने में देर नहीं लगेगी। गुरुवार शाम दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद कयास लगने लगे हैं कि उत्तराखंड मामले में फैसला जल्द हो सकता है।
हरीश रावत पंजाब कांग्रेस के प्रभारी भी हैं। सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया कि पंजाब मामले में उन्होंने अध्यक्ष के साथ चर्चा नहीं की। उत्तराखंड के संबंध में वार्ता हुई है। हाईकमान को लेना है फैसला: प्रीतमवहीं प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में गुरुवार को मीडिया से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष पर फैसला जल्द सामने आ सकता है। हाईकमान ने सभी नेताओं से चर्चा की है। फैसला कब तक होगा, इस बारे में उन्होंने कहा कि यह हाईकमान के अधिकार क्षेत्र का मामला है।
कांग्रेस के असमंजस पर सत्तापक्ष भाजपा समेत अन्य दलों के निशाना साधने पर प्रीतम ने कहा, कांग्रेस पर सवाल खड़े करने वालों को अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। उन्होंने टिप्पणी की कि जिनके घर शीशे के हों, उन्हें दूसरों पर पत्थर नहीं उछालना चाहिए।सचिन पायलट आज दून में देहरादून में राजनीतिक दलों के भवन निर्माण को लेकर महायोजना में दी गई छूट को लेकर उन्होंने सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधा।