ग्वालियर को रास आ रही हवाई यात्रा:शहर से उड़ने वाली फ्लाइट्स में 70 से 80 प्रतिशत सीट हो रहीं फुल, सबसे ज्यादा डिमांड ग्वालियर-बैंगलुरू फ्लाइट की
ग्वालियर के लोगों को हवाई सफर अब रास आने लगा है। यही कारण है कि कुछ दिन पहले शुरू हुई फ्लाइट्स में 70 से 80 प्रतिशत तक सीटें फुल हो रही हैं। अभी 7 शहरों से एयर कनेक्टिविटी है। इस तरह का रिस्पोंस रहा तो आने वाले समय में ग्वालियर अन्य शहरों से भी हवाई मार्ग से जुड़ सकेगा। सबसे ज्यादा डिमांड ग्वालियर-बैंगलुरू फ्लाइट की है।
इस फ्लाइट में 85 से 90 फीसदी तक सीट बुक हो रही हैं, क्योंकि ग्वालियर से बैंगलुरू का सफर ट्रेन से ढाई से 3 दिन का होता है। ऐसे में फ्लाइटस से काफी समय बचता है। अंचल के काफी लोग पढ़ाई और जॉब के लिए बैंगलुरू आते और जाते रहते हैं। यही रिस्पोंस अब पुणे की फ्लाइट्स को भी मिलने लगा है। एयरपोर्ट डायरेक्टर नितिन कुमार ने भी अच्छा रिस्पोंस मिलने की बात कही है।
एक दिन में 479 यात्री आए और गए
- हवाई सेवा ग्वालियर के लोगों को इस तरह रास आ रही है कि गुरुवार को ग्वालियर में 479 यात्री फ्लाइटस से आए और गए। इसमें देश के अन्य 7 शहरों से ग्वालियर में 216 यात्री आए जबकि 263 यात्री ग्वालियर से रवाना हुए। सबसे अधिक यात्री बेंगलुरु से ग्वालियर आ और जा रहे हैं। इसी दिन बैंगलुरू से 55 यात्री आए जबकि 72 यात्री ग्वालियर से बैंगलुरू के लिए रवाना हुए।
30 से 32 घंटे बच रहे, इसलिए डिमांड ज्यादा
- ग्वालियर से बैंगलुरू के लिए प्रतिदिन ग्वालियर से फ्लाइट है। इसी फ्लाइट की डिमांड सबसे ज्यादा है, क्योंकि ग्वालियर से बैंगलुरू की दूरी 1960 किलोमीटर है। ट्रेन से यह दूरी तय करने में 35 से 36 घंटे का समय लगता है, जबकि यही दूरी फ्लाइट से सिर्फ 3 घंटे 15 मिनट में पूरी हो रही है। ऐसे में लंबे और थकान भरे सफर से बचने के लिए हवाई यात्रा को रिस्पोंस भी मिल रहा है।
इन शहरों के लिए चल रही हैं फ्लाइटस
- ग्वालियर से बैंगलुरू
- ग्वालियर से पुणे
- ग्वालियर से मुम्बई लिए फ्लाइट है
- ग्वालियर से हैदराबाद
- ग्वालियर से अहमदाबाद
- ग्वालियर से कलकत्ता
- ग्वालियर से जम्मू के लिए भी हवाई सेवा
ट्रेनों में कम हुए बैंगलुरू, पुणे के यात्री
- ग्वालियर में पुणे और मुम्बई और बैंगलुरू के लिए सीधी उड़ान है। बीते 10 दिन में फ्लाइट को अच्छा रिस्पोंस मिला है। यही कारण है कि ग्वालियर से बैंगलुरू और पुणे के लिए जाने वाली ट्रेनों में 15 से 20 प्रतिशत सीट बुकिंग में कमी आई है, क्योंकि अब समय बचाने के लिए यात्री फ्लाइट का उपयोग कर रहे हैं।