अमेरिका में डेल्टा वेरिएंट के कारण एक दिन में मिले 1 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित
अमेरिका में एक बार फिर से अपने भयावह रूप के साथ कोरोना के नए वेरिएंट डेल्टा ने दस्तक दे दी है। वायरस के बढ़ते मामले चिंता का विषय बन रहे हैं। यूएस में मंगलवार के दिन चौंका देने वाले संक्रमित मरीजों के डेटा की पुष्टि हुई है। इस दौरान 1 लाख से भी अधिक कोरोना के नए मामले रिपोर्ट किए गए हैं। कोविड की वजह से राज्यों के अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। अमेरिका की ये स्थिति एक बार फिर से घोर संकट का विषय बनी हुई है। इसे लेकर संघीय अधिकारियों ने सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनने के नियमों को लेकर नए नियम बना दिए हैं।
अमेरिका में बढ़ते मामले की पुष्टि के दौरान पिछले हफ्ते की तुलना में इस हफ्ते 73 फीसदी नए मामलों के साथ बीते दिन यानी मंगलवार को 1,06,084 नए मामले दर्ज किए गए हैं। राज्यों के अनुसार सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज फ्लोरिडा 38,321, फिर टेक्सास 8,642, कैलिफोर्निया 7,731, लुइसियाना 6,818, जाॅर्जिया 3,587, यूटाह 2,882, अलबामा 2,667 और मिसौरी में 2,414 संक्रमित मरीजों की संख्या दर्ज की गई है। इसके अनुसार अगर एक हफ्ते का औसत देखें तो यह 62,411 है, जो एक महीने पहले 12,648 था।
मंगलवार के दिन सीडीसी डायरेक्टर रोशेल वालेंस्की ने सभी अमेरिकियों से उच्च जोखिम वाले सार्वजनिक क्षेत्रों में उचित तरीके से मास्क पहनने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि मास्क न लगाने पर नई सलाह सबूतों के आधार पर है, जो यह दिखाती है कि डेल्टा वेरिएंट वैक्सीनेटेड लोगों में भी फैल रहा है। जानकारी के लिए आपको बतादें कि कोरोना का नया वेरिएंट डेल्टा पिछले वायरस से ज्यादा खतरनाक है यह तेज गति से वैक्सीनेशन करने वाले देशों में भी इसके बढ़ते मामले देखे जा रहे हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि ‘‘देश में कोरोना से मौत के मामलों में वैक्सीनेशन कार्यक्रम के कारण काफी कमी आई है, लेकिन कोविड-19 के डेल्टा वेरिएंट को लेकर सतर्क रहने की आवश्यकता है। बाइडेन ने लोगों के वैक्सीनेशन की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि जिन मरीजों की कोविड-19 के कारण मौत हुई है और जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है, उनमें से वस्तुतः सभी वो लोग हैं, जिन्हें वैक्सीन नहीं लगी थी। अमेरिका के कुछ हिस्सों में संक्रमण के 80 प्रतिशत नए मामलों का कारण डेल्टा वेरिएंट है।’’ भारत में एक्सपर्ट डेल्टा वेरिएंट को कोरोना की तीसरी लहर का कारण तक मान रहे हैं।