अमरनाथ गुफा में भी फटा बादल, कोई नुकसान नहीं, किश्तवार में 4 की मौत
जम्मू-कश्मीर । अमरनाथ गुफा के पास बादल फट गया है। बादल फटने से गुफा के आसपास नुकसान होने की आशंका है। फिलहाल किसी के हताहत होने की जानकारी सामने नहीं आई है। इस साल कोरोना महामारी के कारण अमरनाथ यात्रा स्थगित है। इस कारण गुफा में आम नागरिक नहीं थे। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें बर्फ और बरसात के तबाही का मंजर नजर आ रहा है। बादल फटने से बीएसएफ, सीआरपीएफ और जम्मू पुलिस के कैंप को नुकसान पहुंचा है। एसडीआरएफ की दो टीमें मौके पर मौजूद है।
किश्तवाड़ में बादल फटने से चार की मौत
जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ के होंजर डच्चन गाव में बादल फटने से चार लोगों की मौत हो गई है। वहीं 17 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। फिलहाल 30 से ज्यादा लोग लापता है। खराब मौसम के कारण बचाव दलों को मौके पर पहुंचने में दिक्कतें हो रही हैं। घायलों को वायुसेना की मदद से एयरलिफ्ट किया जा रहा है।
गृह मंत्री ने ली स्थिति की जानकारी
अधिकारियों के अनुसार भारी वर्षा और पवित्र गुफा के पास बादल फटने के कारण गुंड और कंगन में लोगों को सिंध नदी से दूर रहने को कहा है। वहीं चेतावनी दी है कि नदी के जलस्तर में अचानक इजाफा हो सकता है। इधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से जानकारी ली। वह राहत कार्यों और स्थिति के सटीक आकलन के लिए एनडीआरएफ की टीमें भेजी जा रही है।
राजौरी में नदियां खतरे के निशान से ऊपर
इधर राजौरी में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। वह बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। SDRF टीम के इंचार्ज ने कहा कि पानी बहुत ज्यादा है और जाने का रास्ता नहीं है। काफी खतरा है। वहीं चिनाब नदी का जलस्तर बढ़ने से प्रशासन अलर्ट पर है। रामबन जिले के उपायुक्त ने कहा कि पिछले सप्ताह की बारिश और कल से शुरू हुई बारिश की वजह से चिनाब नदी का जलस्तर बढ़ा है। मैं लोगों से निवेदन करता हूं कि वो नदी और जल निकायों के पास नहीं जाएं।