सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी धर्मगुरुओं से बोलै- कोरोना से जंग को मिलकर लड़ेंगे तो ही जीतेंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धर्मगुरुओं से कहा कि कोरोना के खिलाफ जन-जन को जागरूक करें। कहीं भीड़ न इकट्ठी होने दें। शारीरिक दूरी बनाए रखें। इसके लिए सभी धर्मगुरु अपने-अपने धर्म के अनुयायियों को कोरोना से जंग में सहयोग के लिए प्रेरित करें। सरकार पूरी ताकत से लड़ रही है, आमजन को केवल इसमें सहयोग करना है।
गोरखपुर के यह लोग थे मौजूद
मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये रविवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों के धर्मगुरुओं से मुखातिब थे। गुरुद्वारा जटाशंकर के प्रधान सरदार जसपाल सिंह, ईसाई समाज के गोरखपुर धर्मप्रांत के बिशप डॉ. थामस थुरुथिमट्टम, मुस्लिम समाज के शराफत अली और कालीबाड़ी के महंत रवींद्र दास वीडियो कांफ्रेंसिंग में मौजूद थे।
प्रशासन को अवगत भी कराएं अपने सुझाव
मुख्यमंत्री को सरदार जसपाल सिंह ने बताया कि उनके निर्देशन में यहां साफ-सफाई और पूरी व्यवस्था ठीक चल रही है। लॉकडाउन का पूरा पालन किया जा रहा है। सभी धार्मिक स्थलों के कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए हैं। कहीं भी भीड़ नहीं लग रही। मुख्यमंत्री ने धर्मगुरुओं से कहा कि आप लोग अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को बताएं कि कोरोना से लडऩे का एकमात्र तरीका फिजिकल डिस्टेंसिंग है। ऐसे में किसी भी हालत में भीड़ इकट्ठा न होने दें। यदि हम शारीरिक दूरी नहीं बना पाएंगे तो सारी मेहनत बेकार चली जाएगी। अभी हमें लंबी लड़ाई लडऩी है, सब मिलकर लड़ेंगे तो ही जीत हासिल हो सकेगी। उन्होंने अफवाहों के बारे में भी लोगों को जागरूक करने के लिए भी प्रेरित किया। कहा कि धर्मगुरु अपने सुझाव लिखकर प्रशासन को अवगत भी कराएं, ताकि यह लड़ाई प्रभावी ढंग से लड़ी जा सके। इस अवसर पर कमिश्नर जयंत नार्लिकर, जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. सुनील गुप्ता आदि मौजूद रहे।
चिकित्सा जगत के योद्घाओं ने दी कोरोना को चुनौती
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पूरे शहर ने दीप जलाए तो चिकित्सा जगत के योद्धा भी पीछे नहीं रहे। जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज व एम्स में कर्मचारियों से लेकर डॉक्टर तक ने दीपों की रोशनी बिखेरी और कोरोना के खिलाफ एकजुटता दिखाई। इस दौरान बल्ब बुझा दिए गए थे। जिला अस्पताल में प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक व उनकी पत्नी ने अपने परिवार के साथ दीप जलाया। सभी के हाथों में जलते दीप कोरोना को चुनौती दे रहे थे। कर्मचारी आवासों में भी दीपों की लौ उम्मीद जगा रही थी। मेडिकल कॉलेज में कर्मचारी आवास व हास्टल दीपों से जगमगा उठे। एम्स में रजिस्ट्रार सहित सभी अधिकारियों, डॉक्टरों व कर्मचारियों ने कैंडल जलाया।