ग्वालियर में तीसरी लहर से मुकाबला करने के लिए 76 फीसद बच्चों में मिली एंटीबाडी
ग्वालियर । न्यूट्रीलाइजिंग एंटीबॉडी टेस्ट की रिपोर्ट सीएमएचओ डा मनीष शर्मा ने शुक्रवार को जारी कर दी। रिपोर्ट में 76 फीसद बच्चों में एंटीबॉडी होना बताया गया है। सर्वे एक से 18 साल तक के 400 बच्चों पर किया गया था। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के 200-200 बच्चों का सैंपल लिया गया था। इसमें उन परिवारों को शामिल किया गया था जिनके घर में संक्रमित पाया गया हो और वह घर जिन घरों में न तो कोई संक्रमित पाय गया हो और न ही उन्होंने कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाया हो। चौंकाने वाली बात यह है कि जिन घरों में कोई संक्रमित नहीं पाया और उनके यहां पर किसी ने वैक्सीन भी नहीं लगवाया उन घरों के 67 फीसद बच्चों में एंटीबॉडी पाई गई है। जो यह बताता है कि कोरोना के वायरस ने भले ही किसी को प्रभावित न किया हो वह लोगों तक पहुंचा है। न्यूट्रीलाइजिंग एंटीबॉडी की जांच स्थानीय स्तर पर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने कराई थी। जिसकी जिम्मेदारी जीआर मेडिकल कॉलेज को दी थी। कॉलेज के पीएसएम विभाग ने सैंपल लेकर माइक्रोबाइयालॉजी विभाग को सौेंपे थे ।जिसकी जांच के बाद माइक्रोबायालॉजी के प्रभारी डा वैभव मिश्रा ने पीएसमए विभाग को सौंपी थी जहां पर रिपोर्ट तैयार हुई और यह रिपोर्ट संभागायुक्त, कलेक्टर व सीएमएचओ को शुक्रवार को सौंप दी गई।
खास बात यह है कि 400 बच्चों की जांच में 304 बच्चाें में एंटीबॉडी मिली है। 304 बच्चों में 170 पुरुष (77.3) व 304 में से 159 महिला (74.4) बच्चों में एंटीबॉडी मिली है। जबकि 304 में से 134 बच्चे ऐसे थे जिनके घर में कोई संक्रमित नहीं हुआ (67 फीसद) में एंटीबॉडी मिली है।
इन क्षेत्रों से लिए थे सैंपल-
वार्ड सैंपल फीसद
60 50 92
30 50 66
29 50 80
18 50 78
भितरवार 50 74
हस्तिनापुर 50 74
डबरा 50 72
घाटीगांव 50 72
वार्ड 60 के 92 फीसद बच्चों मिली एंटीबॉडी-
कोरोना की पहली व दूसरी लहर में वार्ड 60 में सबसे अधिक संक्रमितों की संख्या पाई गई थी। सीरो सर्वे में वार्ड 60 से 50 बच्चों के सैंपल लिए गए। जिसमें 92 फीसद बच्चों में तीसरी लहर से मुकाबला करने के लिए एंटीबॉडी पाई गई। इसी तरह से सबसे कम वार्ड 30 में 66 फीसद बच्चों में एंटीबॉडी मिली है। जबकि दूसरे नंबर वार्ड 29,वार्ड 18 और उसके बाद भितरवार,हस्तिनापुर, डबरा और घाटीगांव में मिली है।