Thu. May 1st, 2025

राजस्थान में तबादले के बाद भी जॉइन नहीं करने वाले अधिकारियों से मांगा गया जवाब, कार्मिक विभाग एक्शन में आया

राजस्थान में प्रशासनिक तबादले के बावजूद RAS अधिकारियों ने समय पर पदभार ग्रहण नहीं किया। अब कार्मिक विभाग सख्ती के मूड में आ गया है। RAS अधिकारियों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिसमें उनसे समय पर पदभार ग्रहण नहीं करने का कारण भी पूछा गया है।

दरअसल, शहरी निकाय के उपचुनाव के बाद 27 जुलाई और 2 अगस्त को आचार संहिता खत्म होने के बाद बड़ी संख्या में RAS अधिकारियों के तबादले हुए थे। इनमें से 40 अधिकारियों ने सरकार के आदेश के बावजूद नए पदों पर पदभार ग्रहण नहीं किया। जिसको लेकर अब कार्मिक विभाग एक्शन में आ गया है।

इनको जारी हुए नोटिस

इनमें भागीरथ साख, छोटू लाल शर्मा, नंदकिशोर राजोरा, राजकेश मीणा, रामदयाल मीणा द्वितीय, रामकुमार टाडा, रविकांत सिंह, सीमा तिवारी, चेतन त्रिपाठी, दौलतराम, देवी सिंह, गोमती शर्मा, हरि सिंह शेखावत, हरविंदर सिंह, हेमेंद्र नागर, जयसिंह द्वितीय, जनक मीणा, मणिलाल तीर, मुकेश मीणा द्वितीय, नरेंद्र मीणा प्रथम, पुष्पा हरवानी, रामसुख गुर्जर, रमेश सीरवी, रामजस विश्नोई, संदीप कुमार, संतोष कुमार मीणा, सत्यनारायण, शैलेश सुराणा, शिवचरण मीणा, श्वेता खगड़िया, सुभाष चंद्र, सुदर्शन सिंह तोमर, सुरेश कुमार हरसोलिया, सुरेश कुमार प्रथम, उमेद सिंह बीपी, उत्तम सिंह शेखावत, विनीत कुमार सुखाड़िया शामिल है।

राजस्थान में 27 जुलाई को 259 RAS अधिकारियों के तबादले हुए थे। इनमें 24 प्रमोटेड RAS अधिकारियों को पोस्टिंग दी गई थी। वहीं 2 अगस्त को 38 RAS अधिकारियों के तबादले हुए थे। वहीं 40 अधिकारियों ने अब तक जॉइनिंग नहीं दी, इनके खिलाफ अब कार्मिक विभाग ने नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। ऐसे में समय रहते अगर RAS अधिकारियों ने जवाब नहीं दिया तो कार्मिक विभाग अनुशासनात्मक कार्रवाई भी कर सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *